
संतोष वर्मा
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला पहले से ही चारा घोटाला, लालमाटी का काला खेल तथा सरकार के नियम के विरूद्व बिना योजना के ही अवैध रूप से करोड़ो रूपये की हाईमास्ट लाईट जैसी घाटाले को लेकर चर्चा में है तों वहीं अब एक और नया टैक्स चोरी का मामला चर्चा का विषय बन गया है. गाहे-बगाहे सुर्खियों में रहने वाले पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा में फर्जी फॉर्म खोलकर 15 करोड़ रुपए की जीएसटी और वैट टैक्स चोरी करने के मामले में चाईबासा पुलिस ने जमशेदपुर के सोनारी निवासी कमल राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस मामले में सदर एसडीपीओ अमर कुमार पाण्डेय ने एक प्रेस वार्ता कर बताया गया कि पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा के निर्देशानुसार विशेष छापामारी दल का गठन किया गया था और गिरफ्तार कमल राय द्वारा चलाये जा रहें फर्जी कारोबार के मामले की जांच पड़ताल किया गया और जीएसटी विभाग दिये गये फर्जी कारोबार के संचालन से जुड़े कागजात की जांच की गई तो मामले का खुलासा हुआ कि चाईबासा के जैन मार्केट स्थित कमल राय का कोई फार्म ही नहीं है और 2019 में वाणिज्य कर विभाग के चाईबासा अंचल के अधिकारी पृथ्वी लाल राय ने जमशेदपुर निवासी कमल राय और राकेश गर्ग के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी. इस मामले में पुलिस ने अनुसंधान में पाया कि आरोपी दोनों व्यक्तियों ने चाईबासा के एफएस टावर में तिरुपति इंटरप्राइजेज और बालाजी इंटरप्राइजेज नामक फॉर्म खोलकर राजस्व चोरी करने का काम किया है. इन दोनों फॉर्म के द्वारा टैक्स लायबिलिटी को शून्य दिखाकर करोड़ों रुपए का गबन किया गया है. साथ ही कमल राय, जो कि एक अकाउंटेंट है, ने बालाजी इंटरप्राइजेज और तिरुपति इंटरप्राइजेज के कार्यालय को अपना बताकर वैट रजिस्ट्रेशन करवाया था और टैक्स लाइबिलिटी को शून्य दिखाकर करोड़ों रुपए का राजस्व चोरी किया है. इसमें जीएसटी और वैट दोनों शामिल है. इस दौरान 3 साल तक उन्होंने ट्रांजैक्शन में जीरो दिखाया. जांच में पाया गया कि आरोपियों द्वारा इस अवधि में भारी मात्रा में कारोबार पर सरकारी कर की चोरी की है और धोखाधड़ी के तहत फर्म को बंद कर फरार हो गए थे.