जमशेदपुर : जमशेदपुर पुलिस की गोताखोरों की मदद से की गयी मेहनत अब लंग लायी. करीब 24 घंटे बाद मानगो के युवक की लाश को सुवर्णरेखा नदी से बरामद किया जा सका. साकची थाना क्षेत्र में आने वाले हाथी घोड़ा मंदिर घाट पर सुवर्णरेखा नदी में मानगो उलीडीह स्थित आदिवासी हाई स्कूल के पास रहने वाला महावीर नाग (17) की डूबने से मौत हो गयी थी. उसका शव नहीं मिल पाया था. शनिवार की सुबह में यह घटना घटी थी. वह अपने छोटे भाई के साथ नदी में नहाने गया था कि अचानक से वह पानी के तेज बहाव में बह गये. छोटे भाई ने हल्ला किया, जिसके बाद लोग जुटे और गोताखोरों ने उसको बचा लिया, लेकिन बड़ा भाई पानी के तेज बहाव में बह गया. चूंकि, काफी तेज पानी का बहाव था, इस कारण वह बह गया. देर रात तक उसका शव भी बरामद नही हो पाया था.
घटना की सूचना मिलने के बाद परिवार के लोग पहुंचे, लेकिन शव नहीं मिलने से वे लोग परेशान रहे. मृतक के पिता रवीश चंद्र है. वह बड़ा बेटा था, जो साकची के राजस्थान विद्या मंदिर का स्टूडेंट था. यह घटना शनिवार की सुबह दस बजे हुई थी. महावीर अपने छोटे भाई आयुष नाग और एक अन्य युवक विशाल के साथ सुबह 10 बजे नदी में नहाने गया था. छोटे भाई को घाट पर मौजूद लोगों ने किसी तरह बचा लिया. लेकिन बड़ा भाई डूब गया. छोटा भाई घर पहुंचा लेकिन डर की वजह से उसने घटना के बारे में किसी को नहीं बताया. शाम को चार बजे उसने घर वालों को घटना की जानकारी दी. तब जाकर परिजनों को इसके बारे में जानकारी हुई. आयुष ने माता-पिता को बताया कि वर्कर्स कॉलेज घाट पर नहाने के लिए कूदा था. वहां मौजूद एक युवक ने महावीर को मछली पकड़ने को कहा. इस पर वह मछली पकड़ने के लिए नदी में काफी दूर तक चला गया और डूबने लगा. आयुष भी महावीर के पीछे था और वह खुद भी डूबने लगा. लोगों ने आयुष को बचा लिया. लेकिन महावीर डूब गया.