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jharkhand-electricity-scam-झारखंड बिजली बोर्ड में बड़ी गड़बड़ी, बिजली बिल के साथ छेड़छाड़ कर आधे बिल कर दे रहे सारे आरोपी, जेबीवीएनएल के सारे अधिकारियों का आइडी व पासवर्ड आरोपियों के पास, जांच हुई तो बड़ा गड़बड़झाला मिलने की उम्मीद

राशिफल

रोहित कुमार की रिपोर्ट
जमशेदपुर : जमशेदपुर समेत पूरे राज्य में बिजली विभाग झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) में आस्थायी कर्मचारी द्वारा लोगो को बिजली बिल आधा करने के नाम पर ठगी की जा रही है. इनके द्वारा विभाग की वेबसाइट डेवलपर के साथ मिलकर बिजली बिल के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आ रहा है. इनके पास विभाग में मौजूद सारे बड़े अधिकारी की भी लॉगइन आइडी और पासवर्ड मौजूद है. बीते दिनों इसके शिकार हुए भालुबासा निवासी कामदेव पान ने इसकी सारी जानकारी पुलिस को दी है. कामदेव नें अस्थायी कर्मचारी रांची के हिंदपीढ़ी निवासी आफताब आलम, सैफ अली खान, राहित कुमार, शमशाद खान और वेबसाइट डेवलप करने वाली बैंगलुरु की कंपनी एसआरआइटी के अजहर खान पर मामला दर्ज करवाया है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि यह जांच का विषय है. इसके लिए एक जांच टीम दो दिनों में रांची रवाना होगी जिसके बाद मामले का खुलासा हो पाएगा. कामदेव ने बताया कि उन्हे आफताब ने खुद को झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड का कर्मचारी बन संपर्क किया और कहा कि वह बिजली बिल को आधा कर रुपये जमा कर देता है, वह पूरे झारखंड में यह काम करता है. उसकी बातों में आकर कामदेव ने लोगो से उसे बिजली का बिल जमा कराने को दिया. पर बाद में लोगो के पास बिजली बिल आते रहे. लोगो ने इसकी शिकायत की तो उसने आफताब से रुपये वापस करने को कहा पर आफताब ने जान से मारने की धमकी दे डाली. सीतारामडेरा थाना प्रभारी अंजनी कुमार ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल, एक टीम दो तीन दिनों में जांच के लिए रांची जायेगी. (नीचे पढें पूरी खबर)

ऐसे करते है ठगी
आफताब के पास विभाग की एक आईडी कार्ड है जिसमे उसे बिजली बिल संग्रह करने, और जारी करने के लिए ऑथराइज किया गया है. पहले तो आफताब लॉगइन आईडी का प्रयोग कर ऐसे लोगो को ढुंढता है जिसकी बिजली बिल ज्यादा हो. फिर उनसे संपर्क कर बिजली बिल आधा करने की बात करता है. शार्प भारत टीम के पास कुछ ऐसे ही कॉल रिर्काडिंग मौजूद है जिसमें वह अपना उपाय बता रहा है. उसने बताया कि वे लोग पहले तो पुराने कंज्युमर नंबर को सर्वर से डिलिट कर देते है फिर घर के किसी अन्य सदस्य के नाम पर नया कनेक्शन पास करा देते है. जिससे पुराने वाले कनेक्शन का पूरी जानकारी हट जाती है. और कंस्टमर से मिले सारे पैसे सभी आपस में बांट लेते है. कामदेव ने बताया कि इसमें उसका साथ एसआरआईटी का अजहर खान द्वारा आईडी पासवर्ड मुहैया कराया जाता है. उसे भी इनलोगो ने रांची के बिजली विभाग के एसडीओ की लॉगइन आईडी पर लॉगइन कर दिखाया था. मिली जानकारी के अनुसार इनके द्वारा एक गैंग का संचालन किया जा रहा है जो कि बड़ी बड़ी कंपनियों को बिल माफ कर उनसे लाखो रुपये की उगाही करता है. बड़ी कंपनी का बिजली विभाग में लाखों से करोड़ो रुपये का बकाया होता है इसलिए ये बिल माफ कराने के लिए उनसे सौदा करते है. शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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