रांची : झारखंड के सिमडेगा के कोलेबिना जिले के बेसराजरा बाजार में 4 जनवरी को संजू प्रधान नामक युवक को भीड़ द्वारा जिंदा जलाये जाने की घटना को भाजपा ने मुद्दा बनाया है. इस मुद्दे को लेकर सीधे तौर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मॉब लिंचिंग सरकार के इशारे पर हुआ है. सोमवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने बेसराजरा बाजार के पास मॉब लिंचिंग में ग्रामीणों ने भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान को जिंदा जलाने की घटना की सारी जानकारी हासिल की. श्री मुंडा ने कहा कि वे घटनास्थल जाकर स्वर्गीय संजू प्रधान के परिजनों से मिला एवं घटना के संबंध में जिला के उपायुक्त, एसपी और डीएफओ से जानकारी ली. (नीचे देखे पूरी खबर)
संजू प्रधान को उसकी मां और पत्नी के सामने सरेआम जिंदा जला दिया गया. इस तरह के जघन्य अपराध तब घटित होते हैं, जब प्रशासन निष्क्रिय रहती है. पुलिस प्रशासन को निष्पक्षता के साथ इस मामले के तह तक जाकर जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में यह घटना को ग्रामीणों ने ही अंजाम दिया. यह सीधे तौर पर पुलिस की विफलता है जबकि सत्ताधारी लोगों की भी मिलीभगत हो सकती है. (नीचे देखे पूरी खबर)
दूसरी ओर, भाजपा कगे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल रमेश बैस से मिलने पहुंचा. राज्यपाल रमेश बैस से भारतीय जनता पार्टी, झारखंड प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल ने राज भवन में भेंट कर सिमडेगा जिला अंतर्गत कोलेबिरा थाना के बेसराजारा गांव के दलित युवक संजू प्रधान को जिंदा जलाकर मारने की घटना पर दुःख प्रकट करते हुए इस घटना की सीबीआई जांच कराने, दोषियों को दंडित करने, परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा, सरकारी नौकरी एवं सुरक्षा मुहैया कराने हेतु पहल करने संबंधी ज्ञापन समर्पित किया. प्रतिनिधिमंडल में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी एवं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी, रांची की महापौर आशा लकड़ा तथा झारखंड भाजपा के प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय मौजूद थे.