रांची/साहिबगंज : झारखंड पुलिस की महिला पुलिस अधिकारी रुपा तिर्की की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में रांची सिविल कोर्ट ने साहिबगंज एसपी पंकज मिश्रा, डीएसपी पीके मिश्रा और एसटी-एससी थाना प्रभारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश जारी किया है. रांची सिविल कोर्ट के प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशल जज ने अपने आदेश में कहा है कि सीआरपीसी 153 (3) के तहत एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई की जाये. यह आदेश रुपा तिर्की के मौत के मामले में जो ऑडियो वायरल हुआ था, उसी मामले में कार्रवाई नहीं होने के बाद यह आदेश दिया गया है. दूसरी ओर, पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोकरा थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया से साहिबगंज जेल में जाकर सीबीआइ के अधिकारियों ने पांच घंटे तक पूछताछ की है. शिव कुमार कनौजिया 2018 बैच के सब इंस्पेक्टर है, जिनके साथ रुपा तिर्की का संबंध था. रुपा तिर्की के मामले में यह कहा गया था कि शिव कुमार कनौजिया के उकसाने के कारण ही रुपा तिर्की ने आत्महत्या की थी. पूछताछ में रुपा तिर्की के प्रेमी शिव कुमार कनौजिया ने सीबीआइ को बताया है कि उनको बरखास्त कर दिया गया है, लेकिन वे दोषी नहीं है. उसने कहा है कि पश्चिमी सिंहभूम में पदस्थापित होने के पहले ट्रेनिंग के दौरान ही वह रुपा तिर्की के संबंध में आया था और उन दोनों के बीच काफी ज्यादा प्यार था. दोनों के बीच काफी गहरे संबंध थे. लेकिन आत्महत्या कराने या ऐसा दबाव बनाने के बारे में तो हम सोच भी नहीं सकते है. जेल में अकेले में उनसे पूछताछ की गयी, जिस दौरान जेल के अधिकारियों को भी जाने नहीं दिया जा रहा था. आपको बता दें कि साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रुपा तिर्की और उसके ही बैचमेट पश्चिमी सिंहभूम के टोकलो थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर शिव कुमार कनौजिया के बीच काफी दिनों से प्रेम संबंध था. रुपी तिर्की शिव से शादी करना चाहती थी, लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं हो रहा था. इसी वजह से तनाव में आकर रुपा तिर्की ने 3 मई 2021 को अपने साहिबगंज स्थित सरकारी आवास में गले में रस्सी का फंदा डालकर खुदकुशी कर ली थी. पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि आत्महत्या वाले दिन रुपा के मोबाइल पर अंतिम कॉल शिव कुमार कनौजिया का ही आया था. इसके बाद साहिबगंज पुलिस ने मोबाइल की पड़ताल की तो पाया कि काफी ज्यादा कॉल पर बातें शिव कुमार के साथ ही थी, जिसके बाद सारे राज खुले.