रांची : झारखंड के पुलिस महानिदेशक नीरज वर्मा ने अपने मातहत अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. इस बैठक में पुलिस महानिरीक्षक झारखंड रांची की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड द्वारा सभी क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, सभी प्रक्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक तथा वरीय पुलिस अधीक्षक, जमशेदपुर, रांची तथा धनबाद के अतिरिक्त सभी पुलिस अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बारी बारी सभी एजेण्डा पर विन्दुबार चर्चाएं की गई तथा आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया. बैठक के दौरान अपराध अनुसंधान विभाग, झारखंड, रांची द्वारा विगत तीन महीने के अंदर प्रतिवेदित काड़ा की अद्यतन स्थिति पर विस्तार से प्रस्तुति तथा उसके निष्पादन हेतु बनायी गयी कार्य योजना को भी विस्तार से बताया गया. उन्होंने सभी जिलों में सीसीए के तहत अब तक की गई कार्यवाही तथा भविष्य और भी बेहतर कार्रवाही करने संदर्भ में प्रस्तुति दी. एटीएस द्वारा विगत तीन माह के दौरान राज्य के संगठित आपराधिक गिरोहों की पहचान एवं उनके द्वारा की गई आपराधिक घटना तथा इन घटनाओं की रोकथाम हेतु बनायी गई कार्य योजना की प्रस्तुति दी गई. इस बैठक में महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड में राज्य के सक्रिय अपराधियों की सूची तैयार करने तथा वैसे अपराधी जो जेल में है अथवा जेल से जमानत पर छूटकर बाहर है तथा आपराधिक कृत्य में शामिल है, उनके जमानत को रद कराने हेतु आवश्यक कार्रवाही करने एवं उन पर निगरानी रखे जाने का आदेश दिया. (नीचे देखे पूरी खबर)
उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को अपने क्षेत्राधीन संगठित आपराधिक गिरोह के अपराधियों पर सीसीए लगाने के प्रपोजल को भी तैयार रखने हेतु निर्देश दिया तथा राज्य के सभी वरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वह स्वयं पेट्रोलिंग के लिए पदाधिकारियों को निर्देशित करें. उन्होंने अपराध नियंत्रण हेतु वाहनों के औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया ताकि अपराध पर नियंत्रण रखा जा सके अपराध करने के उपरान्त फरार होने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिये उन्होंने शहरों के बॉर्डर को अविलंब सील करने के लिये आवश्यक कार्रवाई करने हेतु भी निर्देश दिया. उन्होंने लंबित काड़ों के अनुसंधान की समीक्षा करते हुए कांडों में अनुसंधान को तत्परता से पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। इस संदर्भ में वैसे अनुसंधानकर्ता जिनके द्वारा लापरवाहीपूर्वक का अनुशंधान विभिन्न कारणों से लंबित रखा गया है, को चिन्हित कर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. हाल के दिनों में घटित वैसी घटनाएँ जिनसे विधि व्यवस्था अथवा जन धारणा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है कि विस्तृत समीक्षा की गई. उक्त घटनाओं का सघन अनुसंधान कर सलिप्त अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया. राज्य के संगठित आपराधिक गिरोह के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. संगठित अपराधी के गिरोह के सभी सदस्यों की सूची तैयार कर उनकी गतिविधि पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया. कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध वैसे कांडों का चयन कर जिसमें बेहतर साक्ष्य उपलब्ध है, त्वरित विचारण कराने का निर्देश दिया गया. कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध आवश्यकतानुसार अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत प्रभावशाली कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. इस हेतु ऐसे कुख्यात अपराधी, जो वर्तमान में जमानत पर रहने के बावजूद आपराधिक गतिविधियों में संलग्न है अथवा जो जेल से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त है, उनके विरुद्ध जमानत रद करने हेतु आवश्यक करवाई तथा आवश्यकतानुसार सीसीए के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें निरुद्ध करने का निर्देश दिया गया. आवश्यकतानुसार अपराधियों को तडीपार एवं उनकी थाना हाजी कराने का निर्देश दिया गया. वैसे अपराधी जो जमानत पर रहकर आपराधिक गतिविधियों में संलग्न है तथ जमानत की शर्तों का पालन नहीं कर रहे है उन्हें चिन्हित कर उनकी जमानत रद्द कराने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसके अलावा यह कहा गया कि संगठित आपराधिक गिरोह की अवैध आर्थिक गतिविधियों जैसे कोयला बालू एवं जमीन के अवैध कारोबार में संलिप्तता पर कठोरता से नियंत्रण हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. अपराध नियंत्रण हेतु जिला तथा क्षेत्र स्तर पर समय तथा स्थान बदल-बदलकर प्रभावी चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया गया.पैसे जिले जहां डेडिकेटेड फ्राइट कोरिडोर के निर्माण संबंधित कार्य चल रहा है, वहां आपराधिक गिरोहों की गतिविधि पर नियंत्रण हेतु नये पुलिस पिकेट लगाने तथा सुरक्षा हेतु सतत् निगरानी रखने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा जेल से आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखने का निर्देश दिया गया. इस हेतु कारा प्रशासन से आवश्यक समन्वय कर विभिन्न काराओं में संसीमित कुख्यात अपराधियों एवं उनके गिरोह के सभी सदस्यों की गतिविधि पर कठोर नियंत्रण रखने का निर्देश दिया गया. सभी जिलों में वारंटियों तथा विभिन्न काड़ों में फरार चल रहे अभियुक्तों के विरुद्ध विशेष छापेमारी अभियान चलाकर उनकी गिफ्तारी करने का निर्देश दिया गया. अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा इस अभियान के फलाफल की समीक्षा की जाएगी. साईबर कांडों के अनुसंधान हेतु जिलास्तर पर विशेष टीम गठित कर लंबित अनुसंधान को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया. जिन कांडों में राज्य से बाहर के अभियुक्तों की गिरफ्तारी की आवश्यकता है उनके लिए जिला स्तर से टीम भेजकर गिरफ्तारी पूर्ण करने का निर्देश दिया गया. साईबर काण्डों के अनुसंधान हेतु जिला स्तर पर विशेष टीम गठित कर लंबित अनुसंधान को पूर्ण करने का निर्देश दिया. कोयला बालू पत्थर या अन्य अवैध कार्य पर प्रत्येक जिले में सख्ती से अंकुश लगाने का निर्देश दिया गया। महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड, ने बैठक के दौरान सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट तौर पर चेतावनी देते हुये कहा इस संदर्भ में यदि कोई शिकायत मिलती है तो स्थानीय पदाधिकारी को जिम्मेवार मानते हुए कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. बैठक के दौरान प्रशान्त सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक अप अनु० विभाग, झारखण्ड श्री राजय आनन्दराव लाटकर, अपर पुलिस महानिदेशक अभियान, झारखण्ड, अमोल विनुकात होमकर, पुलिस महानिरीक्षक अभियान, झारखण्ड पकज कम्बोज, पुलिस महानिरीक्षक, रांची, अनुप विरधर, पुलिस उप महानिरीक्षक आजगुवार, सुनील भास्कर पुलिस उप महानिरीक्षक, अप०अनुविभाग, अनीस गुप्ता, पुलिस उप महानिरीक्षक, राँची कार्तिक एस०, पुलिस अधीक्षक, अपराध अनुशंधान विभाग, इंद्रजीत महथा, समादेष्टा शैलेन्द्र वर्णवाल, पुलिस अधीक्षक आजगुवार तथा धनंजय कुमार सिंह पुलिस मुख्यालय के अतिरिक्त वीडियो कॉफेसिंग के माध्यम से राज्य के 3/3 कि, पस महानिरीक्षक, सभी प्रक्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक, वरीय पुलिस अधीक्षक, जमशेदपुर राँची तथा धनबाद तथा सभी पुलिस अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए.