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jharkhand-police-shame-shame-झारखंड पुलिस अपनी तो इज्जत बचा लीजिये, हर दिन झारखंड पुलिस के ऑफिसरों का हो रहा एकाउंट हैक, खुद पुलिसवाले बन जा रहे साइबर ठगों के शिकार, एडीजी, डीआइजी, आइपीएस समेत एक दर्जन से अधिक पुलिसवालों के नाम पर हो चुकी है ठगी, देखे पूरी खबर

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रांची : झारखंड में साइबर अपराधी किस कदर हावी है और पुलिस उसके सामने नतमस्तक है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस के करीब एक दर्जन से भी अधिक पुलिसवालों का फरजी फेसबुक एकाउंट बनाकर लोगों को लूट लिया जा रहा है. पैसे वसूले जा रहे है और पुलिस शर्मसार हो रही है और कुछ नहीं कर पा रही है. हालात यह है कि झारखंड के आइपीएस तक के फेसबुक प्रोफाइल से तस्वीर निकालकर नया एकाउंट बनाकर पैसे मांग लिये जा रहे है. एडीजी, डीआइजी, आइजी और आइपीएस के अलावा निचले सतर के अधिकारियों को भी निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन खुद पुलिस अपनी इज्जत नहीं बचा पा रही है. पिछले दिनों कोल्हान के डीआइजी राजीव रंजन सिंह के नाम पर ठगी किया गया है तो बोकारो के एसपी चंदन कुमार झा के नाम पर भी ठगी किया जा चुका है. रांची में तैनात डीएसपी अरविंद कुमार सिन्हा के नाम पर भी ठगी किया जा चुका है. यहीं नहीं साइबर अपराधियों ने रांची के क्राइम ब्रांच के प्रभारी मोहम्मद नेहाल, हजारीबाग सदर के डीएसपी कमल किशोर, इडी में प्रतिनियुक्त झारखंड पुलिस के इंस्पेक्टर अनिल सिंह, सीआइडी के एडीजी अनिल पालटा के एनजीओ प्रभारी अमरेंद्र कुमार वर्माके नाम पर पैसे वसूले जा चुके है तो सेवानिवृत डीएसपी सकलदेव राम, बिहार में पदस्थापित डीएसपी रैंक के झारखंड के लोकप्रिय पदाधिकारी अभय नारायण सिंह समेत कई ऑफिसरों के नाम पर नया फेसबुक एकाउंट बनाकर पैसे वसूले जा रहे है. इस गिरोह द्वारा पहले फर्जी एकाउंट बनाया जाता है और फिर सबको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर मैसेंजर के माध्यम से पैसे मांगे जाते है. साइबर अपराधी अधिकारी से जुड़े लोगों से गुगल पे समेत अन्य सॉफ्ट मनी के माध्यम से पैसे की मांग करते है. अब तक पुलिस इन सारे लोगों को पकड़ तक नहीं पायी है, जो झारखंड पुलिस के लिए शर्म की बात है.

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