लोहरदगा : लोहरदगा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने नक्सलियों के मांद में घुसकर एक साथ 9 बड़े नक्सलियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उनके पास से इंसास राइफल समेत कई घातक हथियारों को बरामद किया गया है जबकि जोनल, एरिया समेत अन्य सारे कमांडरों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है, जिसके ऊपर लाखों रुपये का ईनाम घोषित किया गया था. पुलिस ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि लोहरदगा पुलिस को माओवादी उग्रवादी के रिजनल कमांडर रविन्द्र गंझू, जिस पर झारखंड सरकार द्वारा पन्द्रह लाख रूपये का ईनाम घोषित है, का अपने संगठन के जोनल कमांडर छोटू खेरवार, जोनल कमांडर बलराम उरांव, सबजोनल कमांडर रथू उरांव तथा 30 से 40 सशस्त्र दस्ता सदस्यों के साथ लोहरदगा एवं लातेहार जिला के सीमावर्ती ग्राम बुलबुल, सहेदा टोली, नारायणपुर एवं आसपास के जंगल में सुरक्षाबलों के विरुद्ध एवं बॉक्साईट माइंस में किसी गंभीर घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से इकट्ठा होने की सूचना मिली. इसी दस्ता द्वारा विगत वर्षों में धरधरिया में सिरिज आईईडी ब्लास्ट कर 11 सुरक्षाकर्मियों की हत्या, लुकईया गोड़ में गश्ती दल पर हमला कर 04 पुलिसकर्मियों की हत्या, पाखर माइंस में हमला कर 12 वाहनों को आग लगाने एवं हाल के दिनों में जघन्य घटनाओं माईन्स में हमला कर 29 वाहनों को जलाकर नष्ट किया गया था. इसकी सूचना के बाद पुलिस की टीम ने संयुक्त रुप से धावा बोला. सीआरपीएफ, कोबरा मुख्यालय झारखंड, बल, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ, झारखण्ड जगुआर का बीडीडीएस टीम सैट बल, लोहरदगा जिला बल एवं लातेहार जिला बल के साथ आसूचना का सत्यापन पश्चात समन्वय स्थापित कर उग्रवादियों के विरुद्ध कारगर कार्रवाई हेतु “ऑपरेशन डबल बुल” के नाम से संतर जिला संयुक्त वृहत अभियान 8 फरवरी से शुरू किया. करीब 14 दिनों तक यह अभियान लगातार चलाया गया. इस 21 फरवरी तक में पुलिस एवं उग्रवादियों के बीच अलग-अलग स्थानों में कुल 10 बार भीषण मुठभेड़ हुआ. मुठभेड़ पश्चात् घना सुरक्षाबलों द्वारा पूरी एवं पहाड़ों में भागते हुए उग्रवादियों का पीछा किया गा. इस दौरान नक्सलियों ने भी हमला किया. इस कारण कोबरा बल के 03 जवान जख्मी हुए हैं जिनका त्वरित गति से अभियान क्षेत्र से एयर लिफ्ट कर बेहतर ईलाज हेतु मेडिका अस्पताल, रांची में भर्ती किया गया. जख्मी होने के उपरांत भी सुरक्षाबलों द्वारा पूरे एवं मनोबल के साथ नक्सलियों के मांद में घुसकर अनेक बंकर एवं कैम्प को ध्वस्त किया गया. भारी मात्रा में नक्सलियों द्वारा उपयोग में लाये जाने वाले आईईडी, आईईडी बनाने का सामग्री, राईफल, गोली, नक्सली साहित्य, वर्दी, पिट्ठू, मोबाईल वायरलेस सेट एवं दैनिकी उपयोग की ढेर सारी वस्तुएं बरामद किया गया तथा दुर्दान्त नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया एवं एक उग्रवादी मारा गया. इस अभियान में उग्रवादियों को मारी क्षति हुआ है तथा मनोबल टूटा है, जिससे आम जनता का पुलिस के प्रति इस विश्वास बढ़ा है.
ऑपरेशन के 10 फरवरी का अभियान
10 फरवरी को करीब 09:00 बजे एवं 11:30 बजे लोहरदगा जिलान्तर्गत बुलबुल गाँव के उत्तर छापामारी दल पर उग्रवादियों द्वारा जानलेवा फायरिंग किया गया, जहां संयुक्त बलों के जवाबी कार्रवाई में नक्सली पीछे हटने को मजबूर हुए. तलाशी अभियान के कम में कई स्थानों पर खून का निशान पाया गया, जिसे पता चला कि कुछ नक्सली जख्मी हुए या मारे गये है. 11 फरवरी की सुबह छापामारी दल द्वारा तलाशी के कम में उग्रवादियों के साथ भीषण मुठभेड़ हुआ जहां नक्सलियों का बंकर ध्वस्त किया गया. नक्सलियों द्वारा वहां हमला किया गया, जिसमें कोबरा बटालियन के जवान दिलीप कुमार एवं हवलदार नारायण दास गंभीर रूप से जख्मी हो गये, जहां से उन्हें तुरंत एयर लिफ्ट कर बेहतर इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया तथा उग्रवादियों के विरुद्ध पूरे उत्साह के साथ अभियान जारी रहा.
12 फरवरी का अभियान
बुलबुल से करीब 03 किमी उत्तर पहाड़ के नीचे अभियान दल के साथ तलाशी एवं छापामारी के कम में माओवादी उग्रवादी के रिजनल कमाण्डर रविन्द्र गंझु एवं उसके दस्ता, जिसमें कुछ महिला नक्सली भी शामिल थी, के साथ भीषण मुठभेड़ हुआ. अपने को कमजोर पड़ता देख उग्रवादियों द्वारा आईईडी का विस्फोट किया गया, जिसमें कोबरा जवान तोमन कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गये, जिन्हें त्वरित एयर लिफ्ट कर बेहतर इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया. 13 फरवरी को अभियान के क्रम में पुनः उग्रवादियों के साथ भीषण मुठभेड़ हुआ, जिसमें उग्रवादी घना जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले. घटनास्थल के पास तलाशी के कम में कारबाईन, मैगजीन जिंदा गोली, डेटोनेटर, काला वर्दी साहित्य पिट्ठू, कम्बल, दवा, डेटोनेटर इत्यादि बरामद किया गया.
15 फरवरी का अभियान
संयुक्त अभियान दल द्वारा लातेहार जिलान्तर्गत ग्राम-सांगोडीह के आसपास छापामारी प्रारम्भ किया गया. इसी क्रम में दिनांक 16 फरवरी को शाम करीब 5.15 बजे कटैलपानी के घना जंगल में उग्रवादी दस्ता के साथ भीषण मुठभेड़ हुआ. मुठभेड़ समाप्ति के बाद तलाशी के कम में एक वर्दीधारी उग्रवादी का शव पाया गया तथा उसके हाथ के पास एक 315 का रायफल, जिसका मैगजीन में दो गोली तथा पाउच में 124 जिंदा गोली बैग में बरामद किया गया. इसके अलावा उनके पास से आईईडी, यूएस ऑटोमेटिक रायफल, गोली, खोखा एक लाख रुपया नगद, हरा रंग वर्दी, नक्सली साहित्य खून लगा गमछा एवं अन्य सामान बरामद किया गया. मृत उग्रवादी का पहचान कराया जा रहा है, जिसकी पहचान नहीं हो पायी है. इस घटना में अन्य उग्रवादी भी गोली से जख्मी हुए है.
18 फरवरी का अभियान
सुबह करीब 3.00 बजे एवं पुनः करीब अपराह्न 12 बजे अभियान दल के साथ उग्रवादियों का ग्राम-हरकटा के आसपास भीषण मुठभेड़ हुआ, जहां उग्रवादी अपने को कमजोर पड़ता देख घना जंगल एवं पहाड़ की ओर भागे. अभियान दल द्वारा दिनांक 20 फरवरी तक लगातार तलाशी के कम में उग्रवादियों का ढेर सारा सामान घटनास्थल एवं आस-पास के क्षेत्र से बरामद किया गया. उसी कम में आसूचना प्राप्त हुई कि सुरक्षाबलों द्वारा उग्रवादियों के विरूद्ध की जा रही कठोर एवं निरन्तर कार्यवाही से बचने के लिए उग्रवादी ग्रामीणों को डरा धमका कर अलग-अलग गांव में छुप गये हैं. उक्त आसूचना प्राप्त होने पर निरंतर अभियान क्षेत्र वाले गांव में छापामारी की गई, जिसमें 09 संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा गया, जिनका सत्यापन करने पर यह पाया गया कि सभी भाकपा माओवादी के दुर्दान्त उग्रवादी हैं. उनमें से एक की पहचान दस लाख के इनामी उग्रवादी जोनल कमाण्डर बलराम उरांव के रूप में की गयी है, जो झारखंड राज्य गठन के पूर्व से ही माओवादी उग्रवादी दस्ता में सक्रिय है. पकड़ाये विधिवत गिरफ्तारी की गयी है. (नीचे देखे पूरी खबर)
पुलिस ने दिखाया अदम्य साहस, कहा-झारखंड में अब नक्सलियों का बचना मुश्किल है, काफी संघर्षपूर्ण रहा यह संघर्ष
संयुक्त बलों द्वारा इतने लम्बे अभियान के दौरान जख्मी होने के बाद भी यह जानते अभियान के पूरे क्षेत्र बारूदी हुए कि राहत में सुरंग बिछा हुआ है. संयुक्त बलों द्वारा जान की परवाह किये बिना अदम्य साहस के साथ घने एवं सुदूरवर्ती जंगलों में कठोर एवं निरन्तर अभियान जारी रखा गया तथा सफलतापूर्वक नक्सलियों के सभी संभावित सप्लाई के रास्तों को बन्द कर नक्सलियों पर आत्मसमर्पण करने हेतु दबाव बनाया गया. कुछेक जगहों पर बारूदी सुरंग की चपेट में आने से कई सुरक्षा बल एवं ग्रामीण जख्मी हुए हैं. एक की मौत भी पूर्व में हो चुकी है. फिर भी संयुक्त बलों द्वारा लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा है साथ ही पूरे अभियान का हवाई सर्वेक्षण भी किया जा रहा है. नक्सलियों का लगातार हवाई एवं जमीनी स्तर से निगरानी एवं घेराबन्दी किया गया, ताकि वे भाग नहीं सके. पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि विगत वर्षों में सुरक्षाबलों द्वारा नक्सलियों के विरुद्ध बेहतरीन समन्वय एवं उत्साह के साथ अब तक का सबसे अधिक समय तक निरन्तरता के साथ किया जाने वाला अभियान है, जिसके परिणाम स्वरूप भारी संख्या में सक्रिय नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है तथा भारी मात्रा में हथियार विस्फोटक एवं अन्य सामानों की बरामदगी हुई एवं नक्सलियों के कई बंकर एवं कैम्प को ध्वस्त किया गया. कार्रवाई से हुई क्षति से विवश होकर उग्रवादी ग्रामीणों के वेश में इधर-उधर भटकने को मजबूर है. नक्सलवाद के उम्मूलन हेतु झारखण्ड राज्य के संयुक्त बलों का सतत अभियान जारी रहेगा, ताकि आम जनता को सुरक्षित एवं विकासयुक्त महौल उपलब्ध कराया जा सके. (नीचे देखे पूरी खबर)
अभियान दल में भाग लेने वाले सुरक्षाबल
लोहरदगा एवं लातेहार जिलाबल
कोबरा-203/209 बटालियन,
झारखंड जगुआर-ए०जी० बी०डी० डी०एस० टीम
सीआरपीएफ-158/ 214 / 218 / 190/11 बटालियन,
आईआरबी
गिरफ्तार नक्सलियों के नाम और पदनाम और दर्ज कांड (नीचे देखे पूरी खबर)
- जोनल कमाण्डर-बलराम उरांव, जो 10 लाख का ईनामी नक्सली है
- सब जोनरल कमांडर-दशरथ सिंह खेरवार
- एरिया कमांडर-मारकुश नागेसिया
- सेल सदस्य-शैलेश्वर ुरांव, मुकेश कोरवा, बिरेन कोरवा, शैलेंद्र नागेसिया, संजय नागेसिया, शीला नागेसिया शामिल है.
नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के पश्चात् बरामद सामानों की सूची
एक इसास रेगुलर रायफल, एक अमेरिकन ऑटोमेटिक रायफल, मोडीफाई 9 एमएम कार्रवाइन, एक पिस्तौल, 1678 गोलियां, जो विभिन्न राइफल और पिस्तौल के थे. एक .315 रायफल, एसएलआर का 13 मैगजीन, इंसास रायसन का 4 मैगजीन, 2 मैगजीन, इंसास एलएएम का 2 मैगजीन, 1 हैंड ग्रेनेड, 21 हथियारों का पाउच, 4 वायरलेस सेट, 81 गोलियों का फिलर, 7 कार्टिज फिलर, 30 मीटर 16 कोर्डक्स वायर, फ्लेक्सिबल वायर 100 मीटर, वायर 10 मीटर, 40 डेटोनेटर, गन पाउडर- 100 ग्राम, नन इलेक्ट्रिक डेटोनेटर-116 24. बैट्री 34 ( विभिन्न प्रकार), बैट्री क्लीप 16, कॉमर्शियल डेटोनेटर-40, मल्टीमीटर- 01, लाईटर-07, टेस्टर-01, मल्टीमीटर प्रो-06, सेफ्टी फ्यूज-12, निकोन कैमरा 01 और अन्य सामान के साथ नगद पैसा- 3 लाख 27 हजार 150 रुपये और उनके इस्तेमाल में रोजमर्रा के सामान शामिल है.