
रांची : झारखंड की राजधानी रांची की पुलिस ने राजधानी के पिस्का मोड़ स्थित जनकनगर में 18 जून को हुई बहन भाई की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया है. इस कांड को बेटी श्वेता सिंह (17 साल) की प्रेमी ने अंजाम दिया था. इस कांड में प्रयुक्त हथौड़ा और खून लगे कपड़े को भी बरामद कर लिया गया है. इस घटना में मां गंभीर रुप से घायल हो गयी थी, जिनका इलाज रांची के रिम्स अस्पताल में चल रहा है. रांची के सिटी एसपी अंशुमान कुमार ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन कर इस कांड का खुलासा किया और बताया कि मृतक बेटी श्वेता सिंह के साथ पकड़ा गया आरोपी अर्पित अर्णव के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. आरोपी अर्पित हमेशा श्वेता के घर आधी रात को आ जाता था. एक दिन श्वेता और अर्पित को मां चंदा देवी ने आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया. इसका मां ने विरोध किया तो अर्पित ने मां पर हमला कर दिया. इस दौरान हथौड़ी से मां पर ही हमला कर उनको घायल कर दिया. इसके बाद आवाज सुनकर जब बेटा प्रवीण कुमार सिंह उर्फ ओम (14 साल) दौड़कर आया तो फिर उसके साथ मारपीट हुई और फिर हथौड़ा से अर्पित ने प्रवीण पर भी वार कर दिया. ऐसा देख श्वेता ने भी अर्पित को रोकना चाहा, लेकिन अर्पित ने उसी हथौड़े से श्वेता पर भी वार कर दिया. हथौड़े के हमले में बहन की मौत हो गयी जबकि भाई की अस्पताल जाते समय मौत हो गयी. हत्या के बाद अर्पित भागा-भागा फिर रहा था. ट्रेन से वह पटना, विशाखापट्टनम, बिलासपुर समेत कई इलाके में गया था. इस घटना का खुलासा तब हुआ था जब घर के बाहर खून बहते हुए पड़ोसियों ने देखा. पास में ही रहने वाले नाना के घर में खबर दी गयी, जिसके बाद घर का दरवाजा खोला गया, तब जमीन पर हर तरफ खून फैला हुआ था. घटना में भाई-बहन की मौत हो गयी जबकि मां की हालत गंभीर बनी रही. वैसे परिजनों ने इस हत्याकांड में दूसरों को आरोपी बनवाया था, लेकिन जांच में वह आरोप गलत पाया गया. परिजनों ने गलत सूचना दी थी, जिसके बाद पुलिस ने अपने स्तर पर इनवेस्टिगेशन किया, जिसके बाद अर्पित को रांची पुलिस ने धर दबोचा. वह रांची में वापस आ गया था, जहां से उसको गिरफ्तार किया गया. उसके एक साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.