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jharkhand-police-success-सरायकेला और पश्चिम सिंहभूम का सक्रिय नक्सली बैलून सरदार समेत तीन लोगों ने पुलिस के समक्ष किया सरेंडर, पांच पुलिसवालों की जान लेने का आरोपी है सरेंडर करने वाले नक्सली, पुलिस का दावा-कई और नक्सली कर सकते है सरेंडर

राशिफल

सरेंडर करने वाले नक्सलियों का स्वागत करते पुलिस अधिकारी.

रांची : झारखंड पुलिस के नक्सलियों के आत्मसमर्पण को लेकर बनायी गयी नीतियों के तहत तीन नक्सलियों ने सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया. सोमवार को रांची रेंज के डीआइजी कार्यालय में एरिया कमांडर गजू उर्फ सूरज सरदार और उसकी पत्नी गीता मुंडा और एरिया कमांडर बैलून सरदार ने सरेंडर कर दिया. सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उनको दिया जायेगा. सरेंडर करने वाले बैलून सरदार पर सरायकेला-खरसावां जिले और पश्चिम सिंहभूम जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमा दायर है. पांच पुलिसवालों को सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल से आगे कुकड़ू बाजार में मार गिराये जाने में भी ये लोग ही शामिल थे. सूरज सरदार के खिलाफ 9 जबकि उसकी पत्नी गीता मुंडा के खिलाफ 7 एफआइआर दर्ज है. सरेंडर के दौरान आइजी अभियान अमोल वेणुकांत होमकर, कोल्हान डीआइजी असीम विक्रांत मिंज, डीआइजी जगुआर अनूप बिरथरे, डीआइजी पंकज कंबोज समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे. इन तीनों नक्सलियों ने वहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि एक करोड़ ईनामी अनल दा के दस्ते में वे लोग शाममिल थे. इन लोगों को साल 2017 में नक्सलियों के संगठन में यह कहकर जोड़ा गया था कि उनकी जिंदगी बेहतर होगी और सरु डैम से गांव डूब जायेगा, जिस कारण वे लोग बरबाद हो जायेंगे. इस कारण सरकार से बदला लेना होगा. इसके चक्कर में वे लोग आ गये और नक्सलियों के साथ हो गये. इन लोगों ने बताया कि बैलून सरदार के घर की कुर्की जब्ती कर दी गयी थी, जिसके बाद से परिवार टूट गया था. जब वे लोग नक्सलियों के बॉस से मदद मांगी तो पुलिस का भय दिखाया गया और उनका ही शोषण किया गया. इसके अलावा नक्सली संगठन द्वारा पुलिस मुखबिरी का आरोप लगातार उनके ही गांव के दो लोगों की हत्या कर दी गयी, जिसके बाद नक्सली संगठन से उनका मोह भंग हो गया था. इस बीच सरेंडर पॉलिसी का लाभ उठाने की बात उन लोगों ने सोची और सरेंडर कर दिया. आइजी ऑपरेशन एवी होमकर ने बताया कि यह सरकार की सफलता है कि लोग सरेंडर कर रहे है. पुलिस के अभियान और सरेंडर पॉलिसी का लाभ नक्सली उठा रहे है. उन्होंने नक्सली संगठनों के लोगों से अपील की है कि वे लोग हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में जुड़कर विकास के काम में लगे. उनका पुलिस और सरकार स्वागत कर रही है. कोल्हान के डीआईजी असीम विक्रांत मिंज ने बताया कि नक्सलियों के सरेंडर करने से संगठन कमजोर हो चुका है. कई नक्सली पुलिस के संपर्क में आ चुके है, जो जल्द ही सरेंडर करेंगे.

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