रांची : झारखंड के रामगढ़ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में देश के नामी गिरामी कंपनियों के नकली प्रोडक्ट बड़े बनाए और बेचे जा रहे थे जिसका रेल पुलिस ने खुलासा किया है. झारखंड के बाजारों में उन सामानों को असली प्रोडक्ट बताकर बेचा भी जा रहा है. इस बात का खुलासा मंगलवार को बरकाकाना रेल पुलिस ने किया है. रेल थाना प्रभारी मंगल देव उरांव ने बताया कि रेलवे कॉलोनी के पानी टंकी के पास अनिल साहू के घर में छापेमारी कर भारी मात्रा में डाबर और टाटा कंपनी के कई प्रोडक्ट बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि इस छापेमारी में बरकाकाना ओपी पुलिस ने भी काफी सहयोग किया है. मंगल देव उरांव ने बताया कि डाबर कंपनी के गुलाब जल, बादाम तेल, टाटा टी प्रीमियम चाय, टाटा टी गोल्ड चाय, हैंड सेनीटाइजर, निहार कोकोनट ऑयल, सूमो पेन ऑयल, हार्पिक के नकली प्रोडक्ट बरामद किए गए हैं. घटनास्थल पर मौजूद महिलाओं ने पुलिस को बताया कि हजारीबाग और रामगढ़ जिले के कुछ लोग उनके आवास पर आए थे. उन लोगों ने 400 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी देने का वादा किया था. उन महिलाओं को घर में बैठे-बैठे अभी सारे प्रोडक्ट पैक करना था. साथ ही सभी प्रोडक्ट पर लेबल भी लगाना था. सारा सामान हजारीबाग और रामगढ़ से आए युवकों ने ही उन्हें दिया था. छापेमारी के दौरान सभी प्रोडक्ट के नकली लेबल भी बरामद किए गए हैं. टाटा और डाबर जैसी बड़ी कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूटर अक्सर फील्ड में अपने सामान की जानकारी लेते रहते हैं. रामगढ़ जिले में कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर नवीन कुमार झा को भी इस अवैध कारोबार की भनक लगी थी. उन्होंने सबसे पहले दुकानों में मिलने वाले नकली प्रोडक्ट को खरीदा और फिर उसे कंपनी में जांच के लिए भेजा. कंपनी ने उन्हें आश्वस्त कर दिया कि वह सामान नकली है. इसके बाद नवीन कुमार झा ने स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने उनका काफी सहयोग किया और इसके बाद बरकाकाना रेल कॉलोनी में चल रहे अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया. नवीन कुमार झा ने बताया कि भारी मात्रा में सामान बरामद किए गए हैं, जो ऑथेंटिक नहीं है. उन्होंने कहा कि अभियुक्तों की तलाश जारी है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.