रांची : झारखंड की राजधानी रांची के ओरमांझी में सुफिया की निर्मम हत्या करने के मामले में आरोपी पति शेख बिलाल को गिरफ्तार करने के बाद अब पुलिस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाएगी. इससे बिलाल को जल्द से जल्द सजा दी जा सकती है. इसके लिए पुलिस ने फाइनल चार्जशीट पर भी काम शुरु कर दिया है. पुलिस सभी सबूतों को कोर्ट के समक्ष पेश करेगी ताकि आरोपी शेख बिलाल को कड़ी से कड़ी सजा दिलवा सके. इसकी जानकारी देते हुए रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने कहा कि पुलिस अनुसंधान की हर बारिकियों से जांच कर रही है. क्राइम सीन को रिक्रिएट भी करवाया गया ताकि सभी जानकारी सही से उपलब्ध हो सके. दूसरी ओर, डीजीपी एमवी राव ने पूरे कांड का उदभेदन करने वाले को सम्मानित करने की घोषणा की है.
पुलिस ने गुरुवार को बिलाल को किया था गिरफ्तार
रांची पुलिस ने उसे घेरकर सिकिदिरी के कुटे गांव से उस वक्त धर दबोचा था जब वह एक ऑटो में सवार होकर भागने की फिराक में था. पुलिस ने बिलाल के अलावा उसके एक और साथी को भी हिरासत में लिया था. पुलिस को बिलाल ने बताया कि उसने सुफिया को इसलिए मारा क्योंकि वह पहली पत्नी को तलाक देने का दबाव बना रही थी. इससे पहले सुफिया ने उसे दहेज प्रताड़ना के मामले में जेल भी भिजवा दिया था. इसी वजह से उसने सुफिया की हत्या कर दी.
ऐसा रहा रिक्रिएट सीन
पुलिस ने शेख बिलाल की मदद से क्राइम सीन को रिक्रिएट किया जिसमें सबसे पहले बेलाल सुफिया को यह कहकर जंगल में लेकर गया कि वह अपनी पहली पत्नी की हत्या कर उसके साथ रहेगा. वहां उसने सबसे पहले सुफिया को गला घोंटकर मार डाला और फिर धारदार हथियार से उसा सिर धड़ से अलग कर दिया. सिर अलग करने के बाद उसने सुफिया को पहले निर्वस्त्र किया और उसके बाद सुफिया के सिर को बैग में भरकर अपने साथ ले गया. सिर को उसने घर से थोड़ी दूरी पर खेत में गाड़कर उसमें नमक डाल दिया ताकि सिर जल्द नष्ट हो जाए. फिर उसने सुफिया के कपड़े को जला दिया. सीन रीक्रिएट करवाने के दौरान ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, डीएसपी मुख्यालय वन नीरज कुमार, डीएसपी चंद्रशेखर आजाद सहित अन्य एसआईटी में शामिल अन्य पुलिसकर्मी और अधिकारी शामिल थे.
ये है घटना
तीन जनवरी को जिराबेड़ा पलाश पतरा जंगल में एक युवती का सिर कटा शव बरामद किया गया था. युवती पूरी तरह से निर्वस्त्र थी. युवती की पहचान चान्हो के चटवल निवासी सुफिया के रुप में की गई थी. बाद में 12 जनवरी को पुलिस ने सुफिया का सिर बरामद किया. हत्या का आरोप सुफिया के पति शेख बिलाल पर लगा. पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसने हत्या की बात स्वीकार की. हालांकि पुलिस ने सुफिया और उसके माता-पिता से डीएनए मैच कराने के लिए एफएसएल भेजा है. रिपोर्ट आने के बाद ही सुफिया की स्पष्ट पहचान होगी. इसके बाद उसका शव परिजनों को सौंपा जाएगा.
अब तक की घटनाक्रम
3 जनवरी: ओरमांझी थाना क्षेत्र के जीराबार पलाश पतरा जंगल सिर कटा युवती का शव बरामद हुआ था.
4 जनवरी: एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने युवती और अपराधियो की सूचना देने वाले को 25 हजार ईनाम देने की घोषणा की थी.
5 जनवरी: आईजी अखिलेश कुमार झा ने ईनाम राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपया कर दिया था.
6 जनवरी : पुलिस ने युवती के स्वाब और नाखून को एफएसएल के लिए भेजा था.
7 जनवरी: पुलिस ने घटनास्थल की जांच एफएसएल टीम से कराई और युवती की सिर खोजने के लिए सर्च अभियान चलाया.
8 जनवरी: एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने युवती के कटे हुए सिर की तलाश के लिए सर्च अभियान चलाया और इनाम राशि 50 हजार से बढ़ाकर पांच लाख कर दिया गया.
10 जनवरी: चान्हो थाना क्षेत्र के चटवल गांव के रहने वाले एक दंपती ने युवती को अपनी बेटी बताकर दावा किया.
11 जनवरी: रांची पुलिस ने मुख्य आरोपित शेख बिलाल को हत्या का आरोपित बताकर उसकी तस्वीर जारी की.
12 जनवरी: शेख बेलाल के खेत से रांची पुलिस ने युवती का कटा हुआ सिर बरामद किया.
14 जनवरी: आरोपित शेख बेलाल को पुलिस ने सिकिदरी रोड में ऑटो से किया गिरफ्तार.
14 जनवरी: आरोपित शेख बेलाल को लेकर पुलिस घटनास्थल पर गई, जहां पूरी क्राइम सीन रीक्रिएट करवाया. (सीएम हेमंत सोरेन पर हमला करने वाले गिरफ्तार, नीचे पढ़ें)
सीएम का काफिला रोकने की कोशिश करने मामले में पुलिस ने एक और आरोपित को किया गिरफ्तार
रांची के हरमू किशोरगंज इलाके में बीते चार जनवरी को सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोकने की कोशिश करने मामले में पुलिस ने एक और आरोपित को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपित पुरानी रांची निवासी रॉकी गोप है. उसे पुलिस ने जेल भेज दिया है. इस मामले में पुलिस ने अब तक 36 गिरफ्तारी की है. बता दें कि सुफिया की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने किशोरगंज में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले को रोकने की कोशिश की थी. काफिले को एस्कॉर्ट कर रहे यातायात थाना गोंदा के थानेदार इंस्पेक्टर नवल किशोर को मारकर जख्मी कर दिया था. इस मामले को लेकर डीजीपी एमवी राव ने कहा है कि जितने भी फरार आरोपी है, सबको पुलिस खोज निकालेगी. अगर सारे लोग सरेंडर कर दे तो ठीक नहीं तो किसी को कभी बख्शा नहीं जायेगा.