रांची : रांची सदर थानांतर्गत झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच में पदस्थापित जवान ब्रजेश तिवारी ने अपनी पत्नी रिंकी देवी (उम्र 35 साल), बेटा बादल (उम्र 10 साल) और बेटी खुशबू (उम्र 15 साल) की हथौड़ा से मारकर पहले घायल कर दिया और बड़ी ही बेरहमी से चाकू से गोदकर सबको मार डाला. पुलिस जवान शराब के नशे में धुत था. हत्या करने के बाद उसने खुदकुशी करने के लिए खुद जहर खा ली, लेकिन वह बच गया, जिसका इलाज रांची के रिम्स अस्पताल में चल रहा है. रांची सदर के बड़गाई इलाके के ब्रिटिश पब्लिक स्कूल के समीप ब्रजेश तिवारी अपने परिवार के साथ किराये के मकान में रहता था.
शुक्रवार की रात वह घर आया और सबसे लड़ने लगा. बताया जाता है कि लड़की किसी साथ में पढ़ने वाले लड़के से फोन पर बात किया करती थी, जिसको लेकर पुलिस जवान ब्रजेश तिवारी विरोध करता था. शुक्रवार की रात वह घर गया और पत्नी और बच्चों से उलझ गया और सभी को पहले हथौड़े से वारकर घायल कर दिया. लहुलुहान हालत में ही वह घर के किचेन में रखे चाकू को ले लिया और सबको चाकू से गोदकर मार दिया. मामला सामने तब आया, जब सिपाही ने खुद अपनी बहन को फोन कर इस घटना की जानकारी दी और बताया कि वह अब खुद मरने जा रहा है. इसके बाद फोन काट दिया. इसके बाद उसकी बहन, जो रांची में ही रहती है, उसके घर पहुंची और घर को खुलवाया. मकान मालिक बासुदेव साहू ने दरवाजा तोड़ा, तब सारे लोग अं दर गये तो देखा कि चारो ओर खून ही खून पसरा हुआ है.
सिपाही अपनी पत्नी का शव के बगल में लेटा हुआ था और बच्चा का शव घर में ही पड़ा हुआ था. सामने बहन और मकान मालिक को देखते ही सिपाही ने बताया कि उसने मार दिया है. उसके बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी गयी. डीएसपी दीपक पांडेय और थाना प्रभारी वेंकटेश कुमार खुद पहुंचे और जहर खा चुके सिपाही को रांची के रिम्स अस्पताल भेजवाकर फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. सिपाही फिलहाल बेहोश है. ब्रजेश तिवारी स्पेशल ब्रांच में पदस्थापित है और डीएसपी मनीष टोप्पो का ड्राइवर है. वैसे सिपाही खुद पलामू का रेहला का मूलवासी है. पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि बेटी किसी लड़के से बातचीत करती थी, जिस कारण उसने इस कांड को अंजाम दिया. मकान मालिक बासुदेव साहू ने बताया कि परिवार के बीच आपसी संबंध काफी बेहतर था.