
दुमका : झारखंड के डीजीपी एमवी राव सुरक्षा व्यवस्था और अपराध को लेकर समीक्षा बैठक करने दुमका पहुंचे. बैठक में आइजी अभीयान साकेत सिंह, संथाल परगना क्षेत्र के डीआइजी सुदर्शन मंडल, एसएसबी के एसपी एस मिश्रा, एसपी अम्बर लकड़ा समेत ज़िला के सभी डीएसपी मौजूद थे. एक घंटे तक चले इस समीक्षा बैठक में अपराध और उग्रवाद मुख्य मुद्दा रहा. डीजीपी एमवी राव ने सभी पुलिस पदाधिकारियों अपराध नियंत्रण करने के लिए टास्क दिया और सख्ती से उसे पूरा करने के लिए कहा गया. बाद में मीडिया से बातचीत में डीजीपी एमवी राव ने कहा कि अपराधियों को उसकी ही भाषा मे जबाब दिया जाएगा. हथियारों से लैस होकर अपराध करने वाले अपराधी अब बख्से नही जाएंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस को निर्देश दिया गया है कि सशस्त्र अपराधियों को पकड़कर जेल में डाले. यदि अपराधी अवैध हथियार से लैस होकर विरोध करता है तो उसका सीधे इनकाउंटर कर दें, इसमें कोई संकोच नहीं करना है. उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियो को गोली मारने में पुलिस कोई संकोच नही करे और ना ही कानूनी अड़चनों से डरे. पुलिस प्रशासन इसकी सारी जिम्मेवारी उठायेगी. उन्होंने शिकारीपाड़ा में अपराधी मुन्ना राय द्वारा गोलीकांड और रंगदारी मांगने और गोली मारने की धमकी पर उन्होंने कहा कि दुमका आना एक बड़ा कारण यह भी है. डीजीपी ने कहा कि उन्होंने पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिया है कि दूसरे की जान-माल की क्षति पहुंचाने वाले अपराधी का तुरंत इंकॉउंटर करे. कानून ऐसे अपराधियो का इनकाउंटर का इजाजत देती है. उन्होंने राजनीतिक संरक्षण पर कहा कि पुलिस किसी राजनीतिक दल या फिर धर्म और जात देखकर काम नही करती. पुलिस का मुख्य काम है जनता को सुरक्षा प्रदान करना जिस पर उनका फोकस है.