
चाईबासा : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के किरीबुरु थाना क्षेत्र से जीजा के साली की हत्या करने और सास के साथ दुष्कर्म करने की घटना सामने आयी है. ज्ञात हो कि थाना क्षेत्र के
प्रोस्पेक्टिंग निवासी जीजा रूप सिंह सिद्धू ने मुर्गा पाड़ा हाटिंग निवासी 18 वर्षीय साली मरियम हस्सा की कुल्हाड़ी से गला काट कर हत्या कर दी. इतना ही नहीं, आरोपी जीजा ने साली का
शव किरीबुरु के सीमावर्ती ओड़िशा के जंगल स्थित गहरी खाई में फेंक दिया. साथ ही उसने सास के साथ दुष्कर्म कर उसके हाथ को गमछा से बांध कर वहां से फरार हो गया. सास गमछे से बंधे हाथ को खोलकर अपने घर पहुंची और किरीबुरू पश्चिम की मुखिया पार्वती को घटना की विस्तृत जानकारी दी. मुखिया ने जानकारी मिलते ही तत्काल इसकी जानकारी किरीबुरू थाना प्रभारी अशोक कुमार को दी. थाना प्रभारी पीड़िता व अन्य के साथ जंगल की ओर गये, लेकिन अंधेरा होने तथा गहरी खाई होने के कारण वहां तक पहुंच नहीं पाये. सोमवार की सुबह पुलिस टीम मौके पर पहुंची हैं. मामले में ओड़िशा पुलिस की मदद ली जा रही है. समाचार लिखे जाने तक शव बरामद नहीं हुई है. वहीं किरीबुरू थाना की पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी में भी जुटी है. घटना के संबंध में मृतक की मां ने बताया कि मृतक मरियम की मां ने बताया कि मेरी बड़ी बेटी दिव्या हस्सा से रूप सिंह सिधू की शादी हुई थी, जिससे एक बेटा भी है. बेटी दिव्या की मौत सात-आठ साल पूर्व बीमारी की वजह से हो गयी थी. इसके बाद दामाद रूप सिंह सिद्धू का ससुराल में आना-जाना लगा रहता था और अधिक समय तक यहीं पर रहता था. रविवार को दामाद के साथ खुद और एक बेटी मरियम ओड़िशा के सीमाक्षेत्र के जंगल में जंगली छत्तू (मशरूम) व कुरकुट्टी (लाल चिंटा) लेने गये थे. मशरूम और कुरकुट्टी लेकर जंगल से घर वापस आ रहे थे, तभी वह दामाद और बेटी मरियम के बीच किसी बात को लेकर तीनों में विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि दामाद रूप सिंह सिधू ने बेटी मरियम पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर गला काट दिया. इसके बाद मेरे साथ यानी सास पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया. दुष्कर्म करने के बाद उसने पीड़िता के दोनों हाथ गमछे से बांध दिया और बेटी मरियम के शव को घसीटते हुए जंगल की गहरी खाई में फेंक
दिया. इसी बीच मौका पाकर वह बंधे गमछे से अपना हाथ छुड़ाकर वह जंगल से भागकर किरीबुरु स्थित अपने घर पहुंची एवं घटना की जानकारी सबसे पहले मुखिया व अन्य लोगों को दी. पीड़िता की शिकायत के बाद किरीबुरु थाना प्रभारी, मुखिया, पंसस व दर्जनों ग्रामीण जंगल स्थित घटनास्थल पर गये.