चाईबासा/सरायकेला/रांची : झारखंड में बड़े नक्सली प्रशांत बोस उर्फ किसान दा की गिरफ्तारी के खिलाफ नक्सलियों का गुस्सा शांत होता नजर नहीं आ रहा है. हालात यह है कि एक बार फिर से नक्सलियों ने झारखंड समेत चार राज्यों में 23 नवंबर से 25 नवंबर तक नक्सली बंद आहूत की गयी है. तीन दिनों पहले ही भारत बंद का आह्वान किया गया था और अब एक बार फिर से 23 नवंबर को झारखंड समेत चार राज्यों में बंद का आह्वान कर दिया गया है. इसको लेकर हाई अलर्ट है. यह आशंका जतायी जा रही है कि चूंकि चार राज्यों में ही बंद का आह्वान किया गया है, इस कारण ज्यादा हमलावर नक्सली हो सकती है. (नीचे पूरी खबर देखें)
इसको लेकर पुलिस को हाईअलर्ट कर दिया गया है. 22 नवंबर की रात 12 बजे से यह बंद शुरू हो रहा है, जिस कारण रेलवे पर काफी नजर है. रेलवे की पटकी को सुरक्षित रखने और यहां ट्रेनों की आवाजाही को सुरक्षित करने के लिए खास ध्यान दिया जा रहा है. दूसरी ओर, कोल्हान के कई इलाकों में नक्सलियों ने एक बार फिर से पोस्टरबाजी की गयी है. भाकपा माओवादियों ने एक बार फिर से पोस्टरबाजी करते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. (नीचे पूरी खबर देखें)
जहां चक्रधरपुर के केरा क्षेत्र में बैनर-पोस्टर लगाकर 2 दिसंबर से पीएलजीए का दो दशकीय वर्षगांठ समारोह एवं 21 वां वर्षगांठ 2 से 8 दिसंबर तक मनाने का आह्वान किया है. इसके साथ ही भाकपा माओवादियों ने दंडकारण्य में ड्रोन हमला और भारतीय सेना उतारने का विरोध किया है. साथ ही केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध करते हुए किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है.