सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिला के गम्हरिया अंचलाधिकारी की गतिविधियां इन दिनों चर्चा में है. एक तरफ उनके द्वारा वर्षों से बसी बस्तियों में हो रहे निर्माण कार्य पर सरकारी जमीन बताकर रोक लगाने का फरमान जारी किया जाता है. वहीं दूसरी ओर आदित्यपुर थाना अंतर्गत टाटा- कांड्रा मुख्य सड़क से सटे विनायक गार्डन के समीप अवैध जमीनों पर धड़ल्ले से हो रहे निर्माण कार्य पर मौन धारण रखा गया है. आपको बता दें कि उक्त इलाके में पिछले कई सालों से सरकारी जमीनों का बंदरबांट जारी है जिसको लेकर गैंगवार और खूनी टकराव भी हो चुका है.
पूर्व कांग्रेसी नेता शनबाबू मुखी की हत्या और रंजीत बेज की हत्या इसी की एक कड़ी मानी जा रही है. वहीं प्रशासन इस इलाके की संवेदनशीलता को लेकर मौन धारण किए हुए है. ताजा मामला विनायक गार्डन के समीप देर रात चोरी- छुपे अवैध जमीन पर हो रहे बोरिंग का है. जहां सूचना मिलते ही आदित्यपुर थाना प्रभारी शुषमा कुमारी मौके पर पहुंची और बोरिंग कार्य बंद करा दिया. हालांकि बोरिंग गाड़ी जब्त नहीं किया गया. वहीं किसका बोरिंग हो रहा था इस पर थाना प्रभारी ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. स्थानीय लोगों ने बताया कि उक्त भूखंड कुड़मी सेना के बड़े नेता का है, जिसमें निर्माण कार्य चल रहा है. वैसे अंचल कार्यालय की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है. हम अपने अगले अंक में जल्द ही इसका भी खुलासा करेंगे. अब सवाल ये उठता है कि आखिर किसके इजाजत से भू- माफिया सरकारी जमीनों का बंदरबांट कर रहे हैं और इसके पीछे आखिर है कौन. अंचल कार्यालय और स्थानीय थाना और जिला प्रशासन इस मामले में गम्भीर क्यों नहीं है. क्या सभी इलाके में खूनी खेल की प्रतीक्षा में हैं!