सरायकेला : सरायकेला-खरसांवा जिले राजनगर प्रखंड अंतर्गत बान्दू पंचायत के मुखिया बोसेन मार्डी ने फांसी के फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली है. मुखिया का शव पंचायत क्षेत्र के केशरगाडिया गांव के एक खेत में अर्जुन पेड़ से लटकता मिला. घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने शनिवार को शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस को सूचना मिलने पर शनिवार सुबह घटना स्थल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं मुखिया की पत्नी ने बताया, कि शुक्रवार शाम को हम दोनों खलिहान में थे. पति बोसेन मार्डी सुबह से ही नशे में था और बोल रहा था, कि आज मैं मर जाऊँगा. ऐसा बोलते हुए वह खेत की ओर जा रहा था. जब उसे रोकने लगी तो वह मुझे पत्थर मार कर भगाने लगा. इसके बाद मैं गांव वालों को बुलाने के लिए गांव आई. फिर गांव वालों के साथ लौट कर गए तो देखे वह अर्जुन पेड़ पर फांसी से लटका हुआ था. पत्नी ने बताया कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही थी. हमेशा तनाव में रहा करता था. नशा का भी आदि था. हत्या व दुष्कर्म के प्रयास में दो बार जेल जा चुका था. बीते पंचायत चुनाव 2015 में बोसेन मार्डी बान्दू पंचायत का मुखिया निर्वाचित हुआ था. चुनाव के लगभग छह महीने बाद ही मुरुमडीह क्रशर में हुए दो सुरक्षा गार्ड की हत्या मामले में पुलिस ने उसे मुख्य आरोपी बनाया और करीब छह महीने जेल में रहा. जेल से छूटने के बाद फिर एक स्कूली बच्ची को दुष्कर्म की नीयत से स्कूल से ले जाने के आरोप में उसे जेल भेजा गया. दोनों ही मामले में बोसेन मार्डी अभियुक्त था. जेल जाने के कारण मुखिया को अपने कार्यभार से भी हाथ धोना पड़ा. जिसके कारण लगभग पूरा कार्यकाल ही पंचायत के उपमुखिया के हाथ में वित्तीय अधिकार रहा. जेल से छूटने के बाद बोसेन ने कई बार प्रशासन से वित्तीय शक्ति वापस प्रदान करने की मांग की थी. मगर प्रशासन ने उन्हें वापस वित्तीय शक्ति प्रदान नहीं की. जिससे वे हमेशा तनाव में रहा करता था और हमेशा नशे का सेवन करता था. परिवार में उसकी पत्नी व लगभग आठ साल का एक बेटा है.
saraikela-suicide-राजनगर में मुखिया ने की खुदकुशी, कई बार जा चुका था जेल, आर्थिक तंगी से तनाव में था
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