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saraikela-गम्हरिया के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के खिलाफ सहायक आदिवासी शिक्षिका ने सरायकेला एसपी से की गंभीर शिकायत, डीइओ के आदेशपाल की ऑडियो क्लिप भी पुलिस को सौंपी, जानें क्या हुई है महिला के साथ आदेशपाल की बातचीत

राशिफल

शिकायतकर्ता शिक्षिका.

सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्र के खिलाफ उत्क्रमित मध्य विद्यालय रायबसा की सहायक आदिवासी शिक्षिका सह प्रभारी राधी पूर्ति ने शनिवार को जिले के एसपी को डीईओ के आदेशपाल की ऑडियो क्लिप एवं उसके अंश से सम्बंधित लिखित कॉपी सौंपते हुए डीईओ के खिलाफ एससी-एसटी के तहत मुकदमा चलाये जाने की मांग दोहरायी है. गौरतलब है कि सहायक शिक्षिका राधी पूर्ति ने बीते दिनों आदित्यपुर थाने में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के खिलाफ सेवा पुस्तिका बनाने के नाम पर सहायक के माध्यम से घूस मांगने और नहीं देने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने का आरोप लगाया था. इसके अलावे शिक्षिका ने और भी कई गंभीर आरोप प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी पर लगाए थे. हालांकि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने शिक्षिका के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए खुद पर लगे सारे आरोप निराधार बताए थे. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने दावा किया था, कि उनके द्वारा प्रखंड क्षेत्र के स्कूलों के शिक्षकों एवं प्रभारियों द्वारा किए गए घोटालों का खुलासा करने के बाद से भ्रष्टाचारी शिक्षक एवं प्रभारी उनपर मनगढ़ंत आरोप लगाकर उन्हें फंसाने का काम कर रहे हैं. वहीं शिक्षिका राधी पूर्ति ने शनिवार को जिले के एसपी से मुलाकात के बाद एक ऑडियो क्लिप एसपी को उपलब्ध कराया है. जिसमें प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के सहायक और शिक्षिका के बीच सेवा पुस्तिका बनाने के नाम पर 12 हजार रुपए की मांग की गई है. बातचीत के अनुसार छह हजार रुपए आरडीडी और छह हजार रुपए प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के लिए शिक्षिका से मांगे गए हैं, जबकि डीएसओ यानी जिला शिक्षा अधीक्षक से सौदा शिक्षिका को खुद करने की नसीहत देता सुनाई दे रहा है. इतना ही नहीं सहायक ऑडियो में यह भी कहता सुना जा सकता है कि कहीं उनकी बातों को रिकॉर्ड तो नहीं किया जा रहा. सहायक गणेश गोप और शिक्षिका राधी पूर्ति के बीच बातचीत के कुछ अंश…
सहायक– आरडीडीडी काम करेगा तो कुछ पैसा लेगा न..
शिक्षिका— उस दिन आए थे उसी दिन बोलना चाहिए न..
सहायक— उस दिन काफी शिक्षक बैठे थे..
शिक्षिका— साइड में बुलाकर इशारा कर देते.. कितना देना होगा..
सहायक-– रिकॉर्डिंग तो नहीं कर रहीं..
सहायक-– मोबाइल में बात करने नहीं बोला है..
शिक्षिका-– भरोसा रखिए..
सहायक— छः हजार बीईओ छः हजार आरडीडीडी..
शिक्षिका-– इतना दस तक मैनेज कराइये फिर आपको भी देना होगा न..
सहायक-– खिलाने- पिलाने और गाड़ी किराया जोड़ लीजिये.. उससे कम में नहीं होगा. साहब पूरा पैसा लेंगे चाईबासा से काम कराकर ला देंगे. मेरा देना होगा तो दीजियेगा नहीं तो कोई बात नहीं…
शिक्षिका-– बहुत ज्यादा लग रहा है फिर डीएसओ को भी मैनेज करना होगा 15- 16 हजार लग जाएगा. क्या साहब ही डीएसओ को मैनेज नहीं कर देंगे…
सहायक-– साहब का डीएसओ से नहीं पटता है वहां का काम आपको खुद कराना होगा. या चुनाव तक रुकिए साहब का अपना आदमी डीएसओ बनकर आएगा फिर काम हो जाएगा…
शिक्षिका– फिर भी बहुत अधिक लग रहा है दस तक फाइनल करवाइए न..
सहायक-– साहब बहुत सख्त हैं जब संध्या प्रधान और शिशिर का वेतन रुकवा दिया तो बाकी के साथ…
बातचीत का पूरा ऑडियो क्लिप हमारे पास उपलब्ध है

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