जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन की पुलिस रक्षक बनने के बजाय खुद भक्षक बन चुकी है. अपराध की सारी चरमसीमा को पार करते हुए टाटानगर की जीआरपी पुलिस ने कटक ओड़िशा के रहने वाले एक व्यक्ति को पहले तो पकड़कर पिटाई कर दी, फिर जब वह बेहोश हो गया तो पत्नी से पैसे का डिमांड किया और जब पैसे नहीं दिये तो झूठे मुकदमा में फंसाने की तैयारी शुरू कर दी. अब इस मामले की लिखित शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से की गयी है. आयोग ने इस मामले में केस संख्या 13855/in/2020 को दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. ओड़िशा के कटक के मार्केट नगर सेक्टर 7 के रहने वाले तापक द्रिवेणी ने इसको लेकर लिखित शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकारी आयोग (एनएचआरसी) से की है. यह घटना टाटानगर रेलवे थाना की पुलिस स्टेशन में 21 अगस्त को घटी है. इस शिकायत में ब ताया गया है कि मैकेनिकल इंजीनियर जयमजेय नंदा का टाटानगर रेलवे थाना की पुलिस ने 21 अगस्त को पहले अपहरण किया. उक्त व्यक्ति स्टेशन में ट्रेन पकड़ने के लिए आये थे, लेकिन उनकी ट्रेन छूट गयी थी. उक्त व्यक्ति को स्टेशन में घुमते हुए रेलवे पुलिस ने पकड़ लिया और पिटाई कर उनकी पत्नी से पैसे का डिमंाड किया. जब पत््नी और उनके परिजनों ने कहा कि वे लोग बेवजह पैसे नहीं देंगे और केस करने की चेतावनी दी तो उक्त व्यक्ति को तत्काल थाना में बैठा लिया गया और हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गयी. यहां तक की उक्त व्यक्ति के पास ट्रेन का टिकट होने के बावजूद ट्रेन पर सफर करने नहीं दिया गया. जब यह मालूम चला कि यह मामला अब ऊंचे लेवल तक पहुंचने वाला है और इसको लेकर संज्ञेय अपराध की धाराओं के तहत कटक में एफआइआर दायर होने वाला है तो उक्त व्यक्ति से फोन कराकर दो परिजनों को बुलाकर उनको सौंपने की बात कहीं जाने लगी. इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से की गयी लिखित शिकायत के बाद आयोग ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एफआइआर दायर कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. उक्त व्यक्ति को पुलिस के हाथ से छुड़ाने की भी कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
tatanagar-railway-police-टाटानगर रेलवे पुलिस का क्रूर चेहरा, कटक के व्यक्ति को पत्नी के साथ उठाया, पहले पीटकर अधमरा किया, फिर पत्नी से पैसे मांगे, पैसे नहीं दिये तो केस दायर कर जेल भेजने की दी धमकी, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने किया केस दर्ज
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