चाईबासा : जगन्नाथपुर अनुमंडल पुलिस मुख्यालय अंतर्गत टोंटो थाना क्षेत्र से एक नाबालिग युवती 12 दिन पहले बिना सूचना के घर से गायब हो गई थी। इस सबंध में युवती के पिता के द्वारा टोंटो थाना में गायब होने की सूचना दर्ज करायी गयी थी। लेकिन चाईबासा पुलिस ने यह घटना को एक नई चुनौती के रूप में लेते हुए पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा के निर्देश पर जगन्नाथपुर एसडीपीओ प्रदीप उरांव द्वारा महज 12 दिन में ही युवती को खोज निकाला गया। इस सबंध में एसडीपीओ प्रदीप उरांव ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी। उन्होंने बताया गया कि युवती के पिता विश्वनाथ प्रसाद के द्वारा 16 दिसंबर को सूचित किया गया कि उनकी नाबालिग पुत्री घर से अपनी मां से 100 रू लेकर दिन में करीब 11.30 बजे एसीसी कॉलोनी बाजार सामान खरीदने की बात कह कर स्कूटी लेकर निकली थी, परन्तु दोपहर 01.00 बजे तक घर नहीं लौटी। इस पर पिता विश्वनाथ प्रसाद एवं अन्य परिजनों द्वारा काफी खोजबीन करने के बाद पता नहीं चला। तब टोन्टो थाना में इस संबंध में सूचना दी गयी। तत्पश्चात अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जगन्नाथपुर एवं थाना प्रभारी टोन्टो द्वारा खोजबीन के क्रम में एसीसी कॉलोनी के बगल में जगन्नाथपुर-सिंहपोखरिया रोड में नीमडीह चौक के पास पक्की सड़क के किनारे लावारिश हालत में स्कूटी (JH06H-3929) पायी गयी। आसपास खोजबीन करने पर विश्वनाथ प्रसाद की नाबालिग पुत्री का कुछ पता नहीं चल पाया। इस संबंध में विश्वनाथ प्रसाद के लिखित आवेदन के आधार पर अज्ञात अपराधकर्मी के विरूद्ध अपहरण करने के आरोप में टोन्टों थाना में मामला दर्ज किया गया। इस कांड के उद्भेदन के लिए पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा, के आदेश के अनुसार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जगन्नाथपुर प्रदीप उरांव के नेतृत्व में एक SIT टीम का गठन किया गया, जिसमें थाना प्रभारी, टोन्टो पुअनि सागेन मुर्मू, सअनि उमेश प्रसाद, जगन्नाथपुर थाना, सअनि विजय कुमार द्विवेदी मंझगाँव थाना, महिला हवलदा सुमित्रा नाग, आरक्षी यमुना प्रसाद, गणेश प्रसाद शामिल थे । (नीचे भी पढ़ें)
गठित SIT टीम अपहृता के परिजनों से सम्पर्क कर उनके द्वारा उपलब्ध कराये गये मोबाईल नं का तकनीकी कोषांग से कॉल डिटेल्स रिकार्ड प्राप्त कर छानबीन करने पर संदिग्ध मोबाइल नम्बरों का कॉल डिटेल्स एवं टावर लोकेशन के अनुसार अपृहता की बरामदगी के लिए सूत्र प्राप्त करने को SIT टीम ने पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिला के विभिन्न संभावित जगहों पर छानबीन की, परन्तु अअपहृत का कुछ पता नहीं चला। तदोपरान्त अनुसंधान के क्रम में तकनीकी कोषांग से प्राप्त कराये गये संदिग्ध मोबाईल नं का कॉल डिटेल्स रिकार्ड के अनुसार SIT टीम द्वारा टोल ब्रिज पण्ड्राशाली एवं टोल ब्रिज चौका से दिनांक 16 का सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया, जिसमें एक संदिग्ध वाहन सं UP53CE – 9810 को चिन्हित कर सत्यापन के क्रम में SIT टीम ने गोरखपुर (उप्र) पहुँच कर उक्त संदिग्ध गाड़ी का सत्यापन किया गया तो पता चला कि वाहन के मालिक का नाम मुकेश सिंह है। उक्त वाहन मालिक द्वारा बताया गया कि 15 दिसंबर को विशाल गौड़ उसके वाहन को किराये पर ले गया है । SIT टीम द्वारा संदिग्ध मो नं 8178705178 के धारक विशाल गौड़ के टावर लोकेशन के अनुसार गोरखपुर में विभिन्न स्थानों पर छानबीन करते हुए 29 दिसंबर को ग्राम पिपरहिया थाना बॉसी कोतवाली जिला सिद्धार्थ नगर (उप्र) से नाबालिग को विशाल गौड़ एवं सुनील कुमार गौड़ के पास से बरामद किया गया एवं उक्त दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।