चाईबासा : जिले में मानव तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है, जबकि चाईबासा पुलिस मानव तस्करों के मंशे पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. ऐसा एक मामला जिला मुख्यालय में प्रकाश में आया है. सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमर कुमार पाण्डेय को खबर मिली तो सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थानीय थाना के सहयोग से मानव तस्करी करने वाले एक एजेंट को धर दबोचा गया। इस सबंध में एसडीपीओ अमर कुमार पाण्डेय द्वारा प्रेस वार्ता कर बताया गया कि बीती रात करीब 12 बजे गुप्त सूचना मिली कि चाईबासा सरकारी बस स्टैंड के पास उत्तर प्रदेश से आये एक व्यक्ति के द्वारा नाबालिग लकड़े एवं लड़कियों को मानव तस्करी के उद्देश्य से तमिलनाडु ले जाने के लिए एकत्रित किया गया है. प्राप्त सूचना से बाल कल्याण समिति (CWC) चाईबासा को अवगत कराया गया। नाबालिग लड़के एवं लड़कियों को मानव तस्करी से रेस्क्यू के लिए एक टीम का गठन किया गया। तत्पश्चात् उक्त टीम चाईबासा बस स्टैण्ड के पास पहुंची तो पाया कि बस स्टैण्ड के अन्दर 02 लड़का एवं 15 लड़कियां एक जगह एकत्रित हैं। पुलिस टीम के द्वारा उनलोगों से पूछताछ की गयी। (नीचे भी पढ़ें)
पूछताछ के क्रम में सूरज सिंह उम्र करीब 23 वर्ष, पिता पंचानन्द सिंह, ग्राम-बिशुनपुर, जिला कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) बताया. उसने बताया कि Premier Knits Apaprel India Tirupur का ऐजेंट है तथा यहां उपस्थित सभी लड़के एवं लड़कियों को मजदूरी का काम कराने के लिए तमिलनाडु त्रिपुरा ले जाने के लिए आया है। पुलिस टीम द्वारा उक्त लड़के एवं लड़कियों को झारखण्ड से बाहर अन्य राज्य ले जाने के संबंध में वैद्य कागजात की मांग किया गया। परन्तु उसके द्वारा कोई वैद्य कागजात प्रस्तुत न कर केवल वहां उपस्थित एक लड़के एवं 15 लड़कियों के आधार कार्ड की छायाप्रति प्रस्तुत की गयी, जिसमें से दो लड़कियों को नाबालिग पाया गया। तत्पश्चात उसके पास मौजूद मोबाईल तथा सभी 16 आधार कार्ड की छायाप्रति को जब्त कर सूरज सिंह को मानव तस्करी के उद्देश्य से नाबालिग लड़कियों को तमिलनाडु ले जाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया तथा उक्त दो नाबालिग लड़कियों को CWC चाईबासा को उनके बेहतर पुनर्वास करने के लिए सुपुर्द किया गया तथा शेष 14 लड़के एवं लड़कियों उनके घर तक सही सलामत पहुँचा दिया गया। इस संबंध में अहतु थाना चाईबासा में मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है।वहीं मानव तस्करी के आरोप में सूरज सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।