
मुंबईः प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी दादा साहेब फाल्के अवार्ड की सूची जारी की गई है. इस सूची का खुलासा करते हुए बताया गया कि दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत को फिल्म ‘थलाइवा’ के लिए दादा साहेब फाल्के अर्वार्ड से सम्मानित किया जाएगा. इस बात की पुष्टी केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की है. उन्होंने ट्विपर के जरिए उन्हें बढ़ाई दी है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फिल्म अभिनेत्रा रजनीकांत को बढ़ाई दी है. बता दे कि रजनीकांत महज 5 साल के थे जब उनकी माता परलोक सिधार गई थी. तब से ही उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा. मुश्किलें इतनी ज्यादा थी कि उन्हें घर चलाने के लिए गार्ड की नौकरी करनी पड़ी थी. उन्होंने जब फिल्म इंडस्ट्रीज में कदम रखा था, उससे पहले वे बस कंडक्टर का काम करते थे. रजनीकांत को फिल्म इंडस्ट्रीज में आने से पहले लोग शिवाजी राव गायकवाड़ के नाम से जाने जाते थे. रजनीकांत की पहली फिल्म 1975 में “अपूर्वा रागनगाल” थी. उनकी लोकप्रियता लोगों को दुर्योधन की भूमिका में मिली थी. उन्होंने 1983 में बॉलीवुड में कदम रखा था. उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म अंधी कानून में उन्होंने काम किया था. उनकी लोकप्रियता इतनी बढ़ने लगी की उन्हें देवता की तरह दक्षिण राज्यों में पूजा जाने लगा. वहां के लोग अपने घरों में रजनीकांत को भगवान की तरह पूजा करते है. बता दे कि दादा साहेब फाल्के का पूरा नाम धुंडीराज गोविंद फाल्के था. उन्हें फिल्म बनाने का बचपन से ही बड़ा सौख था. उनका जन्म मराठी परिवार में हुआ था. उन्होंने फिल्म कंपनी के हिन्दुस्तान फिल्म्स के साथ काम कर रहे थे. हिन्दुस्तान फिल्म्स भारत का पहला फिल्म कंपनी था. उन्होंने बहुत सारी फिल्मों में काम किया. दादा साहेब का निधन 16 फरवरी 1944 में हुआ था. तभी से उनके सम्मान के लिए भारत सरकार ने 1969 में दादा साहेब पुरस्कार की घोषणा की. इस पुरस्कार को पाने वाली पहली अभिनेत्री देविका रानी चौधरी थी. रजनीकांत ने कई ऐसे बड़े फिल्मों में काम किया है. उन्होंने दक्षिण फिल्मों के साथ बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया है.