शार्प भारत डेस्क : ब्रोकली यानी हरी गोभी खाकर लोग अपनी सेहत को दुरुस्त कर रहे हैं. हालांकि ब्रोकली एक विदेशी सब्जी है, जिसने अपने गुणों से पूरी दुनिया में अपनी धाक जमा रखी है. यही देखते हुए अब भारत में भी बोक्रली का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. ब्रोकली में जिंक, सेलेनियम, विटामिन ए और सी, पॉलीफेनोल, क्वेरसेटिन और ग्लूकोसाइड फाइबर, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं. बदलती जीवनशैली में इस तरह की सब्जी को अपने नियमित डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए. पॉलीफेनोल, क्वेरसेटिन और ग्लूकोसाइड जैसे पोषक तत्वों से डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायता मिलती है. डॉक्टर भी ब्रोकली खाने की सलाह देते हैं. सब्जी, सूप या सलाद के रुप में इसका इस्तेमाल किया जाता है. कई नये व्यंजनों में भी बोक्रली का उपयोग होने लगा है. सेहत के प्रति सजग लोगों की थाली में ब्रोकली ने अपना स्थान सुनिश्चित किया है. इसी बात से इसमें मौजूद गुणों की जानकारी होती है. (नीचे भी पढ़ें)
बोक्रली खाने के फायदे –
- डायबिटीज को रखे कंट्रोल में – ब्रोकली में मौजूद पॉलीफेनोल, क्वेरसेटिन और ग्लूकोसाइड जैसे पोषक तत्व डायबिटीज को कंट्रोल में रखने में सहायता करते हैं. डायबिटीज से ग्रस्त मरीजों को सीमित मात्रा में ब्रोकली का सेवन करना चाहिए.
- वजन कम करे – ब्रोकली में फाइबर, पोटैशियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं. फाइबर से जहां पाचन संबंधी बीमारियों में राहत मिलती है, वहीं प्रोटीन से पेट भरा-भरा महसूस होता है और लोग ओवरइटिंग से बच जाते हैं. इससे वजन कम करने में सहायता मिलती है. वजन कम कर रहे लोगों को सप्ताह में कम से कम दो बार ब्रोकली खाने की सलाह दी जाती है.
- रोग प्रतिरोधक क्षमता दुरुस्त करे – ब्रोकली खाने से शरीर को विटामिन सी और जिंक मिलते हैं, जिनसे इम्युनिटी बढ़ती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से स्वत: ही कई रोगों से बचा जा सकता हैं.
- हडि्डयां बनाये मजबूत – कैल्शियम को हडि्डयों के लिए सबसे जरूरी माना जाता है. इसकी कमी से शरीर की हडि्डयां कमजोर होन लगती हैं. दूध को कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत माना गया है, पर जिन्हें दूध पसंद नहीं है वे ब्रोकली खाकर कैल्शियम की कमी को पूरा कर सकते हैं.
- लिवर की समस्याओं और कैंसर से बचाए – ब्रोकली में एंटी-कैंसर और हेपाटोप्रोटेक्टिव तत्व मौजूद होते हैं जो लिवर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचने में सहायता करते हैं. कई रिसर्चों और डॉक्टरों ने इस बात की पुष्टि की है कि ब्रोकली में कैंसर से लड़ने के गुण पाये जाते हैं. (नीचे भी पढ़ें ब्रोकली खाने के नुकसान)
- एलर्जी – एलर्जी के मरीजों को ब्रोकली नहीं खाने की सलाह दी जाती है. इससे उनकी एलर्जी बढ़ सकती है. साथ ही अधिक मात्रा में ब्रोकली नहीं खानी चाहिए. इससे खुजली, त्वचा पर दाने और त्वचा लाल होने की समस्या हो सकती है.
- लो ब्लड प्रेशर के मरीजों को भूलकर भी ब्रोकली नहीं खानी चाहिए. ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए लोग ब्रोकली खाते है, यह ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करती है. ऐसी स्थिति में लो ब्लड प्रेशर के मरीज अगर इसका सेवन करेंगे तो और अधिक बीमार हो जाने की आशंका रहेगी. (नीचे भी पढ़ें)
नोट : ऊपर दी गई किसी भी जानकारी की पुष्टि शार्प भारत नहीं करता है. यहां लिखी गयी सारी बातें सामान्य जानकारी और लोगों के निजी अनुभवों पर आधारित हैं. इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.