जमशेदपुर : आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र नरक में तब्दील हो चुका है. हर माह लाखों करोड़ों रुपये लोगों से वसूलने वाली नगर निगम लोगों की सुविधाओं का कोई ख्याल तक नहीं रख रही है. हालात यह है कि लोगों को अगर शादी करना है या श्राद्धकर्म करना है तो उनको नि:शुल्क पानी भी नहीं मिल रहा है, ऐसे में उनको नरक वाली जिंदगी जीने को मजबूर होना पड़ रहा है. हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सड़कों पर खुदाई करने के बाद बारिश के मौसम में चारो ओर वाटर लॉगिंग यानी जलजमाव की स्थिति हो गयी है.
इसके अलावा कचड़ा चारों ओर फैला हुआ है. गंदगी का उठाव तक नहीं हो पा रहा है. बरसाती पानी के साथ कचड़ा रोड पर बह कर आ रहा हैं. रोड पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया है. नगर निगम के नाली जाम रहने के कारण नाली का पानी रोड पर और लोगों के घर में नाली का, शौच का पानी कचड़े सहित घर में घुस रहा हैं. कचड़ा उठाव और निष्पादन की अभी तक समस्या का समाधान और निस्तारण की जगह नहीं होने के कारण कचड़े का उठाओ बंद होते जा रहे हैं. नगर आयुक्त, मेयर, डिप्टी मेयर, पार्षद नेतागिरी में मशगूल है और जनता का दर्द देखने वाला कोई नहीं है. जनता के सारे अरमानों का गला घोंटकर अपनी राजनीति चमकाने में मेयर से लेकर डिप्टी मेयर और पार्षद लोग लगे हुए है. हालात यह है कि हर गली-मोहल्लों के लोग परेशान है और आवाज अब उठनी शुरू हो गयी है. हालात यह है कि लोग बगावती तेवर अपना रहे है और इसको लेकर अब जनप्रतिनिधियों के खिलाफ ही मोरचा खोलने की तैयारी कर रहे है.