चांडिल : नीमडीह थाना अंतर्गत लुपुंगडीह में स्थित भूमिज समाज के प्राचीन पवित्र धार्मिक स्थल हेमरम गोत्र के हाड़साली ” श्मशान भूमि ” को आशु किस्कू एंड रवि किस्कू मेमोरियल टीचर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट लुपुंगडीह की संचालन समिति द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है. इस कारण जयराम सिंह सरदार, सुभाष सिंह, छुटुराम सिंह, बानेश्वर सिंह व अरुण सिंह सरदार के नेतृत्व में समाज के सैकड़ों आक्रोशित लोगों ने गुरुवार को घटनास्थल पर प्रदर्शन किया. सभी लोगों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि ”जान देंगे लेकिन पवित्र हाड़साली का अतिक्रमण करने नहीं देंगे ”. इस दौरान पर जयराम सिंह सरदार ने कहा कि पवित्र हाड़साली हमारे पूर्वजों की परिचय का सूत्र है. समाज सृष्टि के साथ ही पवित्र हाड़साली परंपरा का शुभारंभ हुआ. इस परंपरा को हमारे समाज किसी भी कीमत पर बाहरी लोगों द्वारा अतिक्रमण करने नहीं दिया जायेगा. बानेश्वर सिंह ने कहा कि कॉलेज कमेटी द्वारा हमारे पूर्वजों के पवित्र श्मशान भूमि को अपवित्र कर दिया गया है. इसके खिलाफ प्रदेश स्तरीय भूमिज समाज आंदोलन करेगी. छुटुराम सिंह ने कहा कि पूर्वजों के आत्मा शांति व हाड़साली के शुद्धिकरण के लिए पारंपरिक रूप से पूजा-अर्चना करने की आवश्यकता है. सामाजिक आक्रोश को देखते हुए शांति व्यवस्था के लिए नीमडीह पुलिस उपस्थित थी.
हाड़साली सुरक्षा समिति का गठन
इस दौरान पर हेमरम हाड़साली सुरक्षा समिति का गठन किया गया, समिति में सर्वसम्मति से अध्यक्ष सुभाष सिंह, सचिव बानेश्वर सिंह, कोषाध्यक्ष छुटुराम सिंह, कार्यकारिणी सदस्य लक्षण सिंह, मानिक सिंह, देबेन सिंह, जयनाथ सिंह, बैद्यनाथ सिंह, सहदेव सिंह, बाजु सिंह आदि को बनाया गया.