जमशेदपुर : टाटा मोटर्स में इस सप्ताह बोनस होने की पूरी उम्मीद है। बोनस वार्ता अंतिम चरण में है. मुख्यतः सभी बिंदुओं पर सहमति बन गई है. स्थायीकरण की संख्या को लेकर प्रबंधन के साथ बीच अब भी जिच कायम है. एनएस ग्रेड बनाए जाने के बाद होने वाला स्थायीकरण की संख्या बढ़ाना चाहता है, परंतु प्रबंधन मंदी को लेकर फूंक-फूंककर कदम रखना चाहता है. बोनस को लेकर टाटा मोटर्स प्रबंधन व टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के बीच फिर सोमवार को वार्ता हुई, जिसमें स्थायीकरण समेत कुछ अन्य बिंदुओं पर वार्ता हुई. सूत्रों के अनुसार, प्रबंधन बोनस के लिए बन रहे फार्मूला में सेफ्टी और गुणवत्ता को लेकर ज्यादा अंक रखना चाहता है जबकि इस पर यूनियन सहमत नहीं है. बहरहाल, सभी बिंदुओं पर सहमत होने के बाद बोनस समझौता इस सप्ताह कभी भी हो सकता है. टाटा मोटर्स के मैन्यूफैक्चरिंग हेड सह पूर्व प्लांट हेड एबी लाल इस सप्ताह के अंतिम में जमशेदपुर पहुंच सकते हैं. चर्चा है कि उनके पहुंचने के बाद बोनस वार्ता फाइनल कर हस्ताक्षर कर दिया जाएगा. बोनस समझौता में उनका अपना अनुभव रहा है.
ग्रेड-बोनस एक साथ करने का प्रयास : आरके सिंह
टाटा मोटर्स के कर्मचारियों का ग्रेड- बोनस एक साथ कराने का प्रयास जारी है. इसकी जानकारी देते हुए टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि समय पर बोनस कराने का प्रयास शुरू है. यूनियन ज्यादा से ज्यादा अस्थायी कर्मियों का परमानेंट कराने के पक्ष में है. वहीं कंपनी प्रबंधन मंदी का राग अलापते हुए कर्मचारियों की मांग पर खरा उतरने को तैयार नहीं है. महामंत्री ने कहा कि अगर फार्मूला बन जाता है तो इसका सभी को लाभ मिलेगा. दुर्गापूजा से पूर्व बोनस होगा, कर्मचारियों को महालया तक इंतजार नहीं करना होगा. एक-दो वार्ता के बाद फार्मूले के आधार पर समझौता हो जाएगा.
बीएस-सिक्स इंजन को कर्मियों की ट्रेनिंग
अप्रैल-2020 से टाटा मोटर्स में बीएस सिक्स इंजन बनना प्रारंभ होगा. इससे पूर्व यहां इंजिन बनाने को लेकर ट्रायल शुरू है. आरके सिंह ने कहा कि बीएस-सिक्स इंजिन के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है तो उनकी दक्षता व कार्यकुशलता में और निखार लाने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित हो रहा हैं. यूनियन कार्यालय में महामंत्री आरके सिंह के साथ यूनियन पदाधिकारी प्रकाश विश्वकर्मा, अजय भगत, नवीन कुमार, एमके सिंह, प्रवीण कुमार आदि मौजूद थे.