जमशेदपुर : पोटका प्रखंड के उड़कू गांव के 20 परिवारों में 40 से अधिक कुष्ठ पीड़ित लोग सरकारी उदासीनता का दंश झेल रहे हैं. सरकार भले ही कुष्ठ पीड़ितों के नाम पर लाख दावे कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत यही है कि आज भी कुष्ठ रोगी समाज में उसी निगाह से देखे जाते हैं जैसे पहले. इनकी समस्याओं को लेकर सामाजिक संस्था तेजस्विनी वेलफेयर सोसायटी के लोग शनिवार को जमशेदपुर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने सिविल सर्जन को कुष्ठ रोगियों की समस्याओं से संबंधित एक मांग पत्र सौंपा. मांग पत्र में इन कुष्ठ पीड़ितों को तत्काल सरकारी सुविधाएं मुहैया कराए जाने की मांग की गयी है. जानकारी देते हुए संस्था की संचालिका केसरी डे ने बताया कि उक्त गांव के कुष्ठ पीड़ितों का बुरा हाल है. न तो उन्हें ठीक से भोजन मिल पा रहा ना ही पीने को स्वच्छ पानी. आलम यह है कि कुष्ठ पीड़ित परिवार माड़ पीकर जीने को विवश हैं.