जमशेदपुर : आदिवासी कुड़मी समाज की बैठक केंद्रीय संयोजक अजीत प्रसाद महतो की अध्यक्षता में मानगो डिमना बस्ती में हुई, जिसमें समाज का केंद्रीय महाधिवेशन आयोजित करने को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. निर्णय लिया गया कि आगामी 19 व 20 अक्टूबर 2019 को कुड़मालि भाखि चारि आखड़ा, नावाडिह, पटमदा के प्रांगण में दो दिवसीय केंद्रीय महाधिवेशन आयोजित की जायेगी. उक्त अधिवेशन में झाड़खंड, प. बंगाल और उड़ीसा के अलावे असम से भी लगभग 5000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे. मौके पर अजीत प्रसाद महतो ने संगठन के सभी समितियों को आयोजन के महत्व को समझते हुए इसे सफल बनाने के लिए अभी से तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया. बैठक का संचालन पूर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष जयराम महतो ने किया. बैठक में केंद्रीय समिति के शशांक शेखर महतो, डॉ. सुजीत महतो, झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष प्रसेनजीत महतो, प्रवक्ता सुनील महतो, उपाध्यक्ष बासुदेव महतो व चन्द्रमोहन महतो, सह सचिव सुभाष चन्द्र महतो, प. बंगाल प्रदेश के उपाध्यक्ष तरूण महतो, जिला समिति के फनि महतो, गोपाल महतो, ललित महतो व अन्य, पटमदा से विनय महतो, चक्रधर महतो, सुधांशु महतो व अन्य, बोड़ाम से अनिल महतो, गोराचाँद महतो व अन्य, घाटशिला से डॉ. अनिल चन्द्र महतो व अन्य, महिला अगुआ कल्याणी महतो, कल्पना महतो, बिजली महतो, सरिता महतो, ज्योत्सना महतो व अन्य, बरहाबाजार से बिरबल महतो, रासबिहारि महतो व अन्य, बांदवान से भकतिभुषण महतो, श्यामापदो महतो व अन्य उपस्थित थे.
भाषा व संस्कृति पर चर्चा व केंद्रीय कमेटी का होगा पुनर्गठन
बताया गया कि उक्त दो दिनों तक कई मुद्दों पर चर्चा होगी. इस क्रम में प्रथम दिन कुड़माली कार्यशाला होगी, जिसमें वक्ताओं द्वारा गुष्टिधारी आदिवासी/जनजाति कुड़मि समुदाय के इतिहास, भाषा, कला, सभ्यता, संस्कृति, परब, धरम, परंपरा व नेग-नीति इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी. द्वितीय दिन कुड़मी समुदाय के हक-अधिकार के प्राप्ति को लेकर विशेषज्ञों द्वारा चिंतन-मंथन कर रणनीति तैयार की जायेगी. इसके बाद केंद्रीय समिति के गठन के लिए तीनों राज्यों से प्रस्ताव लेकर केंद्रीय समिति का पुनर्गठन किया जायेगा. इसके अलावा आयोजन के नियमित अंतराल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये जायेंगे. महाधिवेशन का आयोजक आकुस झाड़खंड प्रदेश समिति होगा एवं व्यवस्थापक पूर्वी सिंहभूम जिला समिति होगी.
सरायकेला कमेटी भंग
बैठक में सरायकेला-खरसावां जिला समिति व उसकी सभी इकाइयों को निष्क्रियता व अनियमितता के मद्देनजर भंग करने और पुनर्गठन करने का निर्णय पास किया गया एवं अन्य सभी जिला समितियों के जल्द पूर्ण विस्तारिकरण की बात कही गई.