चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड की जामुआ पंचायत के जामुआ गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दर्शन की वस्तु बनकर रह गया है. लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाला चाकुलिया प्रखंड के नक्सल मुक्त जमुआ गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुद ही मर्ज का शिकार है .केंद्र भवन झाड़ियों और लताओं से घिरा है. केंद्र से सटा विशाल गड्ढा तालाब का नजारा प्रस्तुत कर रहा है. शौचालय जंगली लताओं से घिरा हुआ है. केंद्र भवन की छत पर लगाई गई पानी की टंकी हवा से उड़ कर जमीन पर टूटी पड़ी है. इस ओर किसी का ध्यान नहीं है. लगभग 22 लाख की लागत से निर्मित उपेंद्र भवन अब टूटने लगा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस केंद्र में एएनएम सप्ताह में एक बार आती हैं. केंद्र में इलाज की कोई सुविधा नहीं मिलती है. ग्रामीणों के मुताबिक इस गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का भवन नहीं बना है. स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन में ही आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है. गड्ढा बच्चों के लिए खतरा का कारण बन सकता है. गड्ढे में जल-जमाव के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है. केंद्र भवन के बगल में पंचायत सचिवालय है, फिर भी पंचायत के जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर नहीं है. सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कि इसकी जांच करेंगे, ताकि व्यवस्था में सुधार हो सके.