जमशेदपुर : टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा है कि बोनस और वेज रिवीजन समझौता जल्द कर लिया जायेगा. इसको लेकर सकारात्मक दिशा में बातचीत चल रही है. समझौता बहुत जल्द हो जायेगा. इसको लेकर परिपक्व यूनियन और प्रबंधन के अधिकारियों के बीच बातचीत चल रही है. श्री नरेंद्रन सोमवार को एमडी ऑनलाइन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान श्री नरेंद्रन ने कई सारे सवालों का जवाब भी कर्मचारियों का दिया. उन्होंने मंदी के बारे में भी सेल्स के अधिकारियों के मार्फत जवाब दिया और बताया कि मंदी से निबटने के लिए कोशिशें तेज हो चुकी है और कंपनी सुदृढ़ है. अपने मार्केटिंग व सेल्स की मजबूत नींव के कारण ऐसा संभव हो पा रहा है. लेकिन मंदी जरूर है और इससे निबटने के लिए कदम उठाये जा रहे है.
जुबिली पार्क के बीच का रास्ता बंद करने को लेकर प्रशासन के फैसले का इंतजार
एमडी ऑनलाइन के दौरान अशोक कुमार नामक किसी कर्मचारी ने मामला उठाया और कहा कि जुबिली पार्क में हमेशा छेड़खानी, मारपीट, सड़क हादसा होता रहता है. उस एरिया से गाड़ियों की आवाजाही को रोक दिया जाना चाहिए. देश में कोई पार्क ऐसा नहीं है, जहां के बीच से कोई सार्वजनिक सड़क जाती हो. लेकिन जुबिली पार्क से सड़क जा रहा है. इस पर एमडी ने जुस्को के सीनियर जीएम कैप्टन धनंजय मिश्रा को जवाब देने को कहा. कैप्टन ने जवाब दिया और कहा कि जिला प्रशासन के साथ बातचीत चल रही है. रात में थोड़ा जल्दी पार्क का गेट बंद किया जा रहा है, लेकिन पूरे तौर पर बंद करने में दिक्कतें आ सकती है.
एग्रिको से हटाया जायेगा अतिक्रमण, पार्क बनेगा
कोक प्लांट के करम अली खान ने कहा कि एग्रिको क्रास रोड नंबर चार में जमीन पर अतिक्रमण किग़या जा रहा है. इसको रोकने की जरूरत है. अतिक्रमण को रोकने के लिए पार्क बनाया जाये ताकि वहां के लोगों को घुमने का एक स्थान हो जाये. कई बार सवाल उठाने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पायी. इस पर जुस्को के सीनियर जीएम कैप्टन धनंजय मिश्रा ने कहा कि वहां अतिक्रमण हटाया जायेगा. आज से ही वहां के अतिक्रमण की जानकारी लेकर कार्रवाई की जायेगी.
ठेका कर्मचारी भी मिलना मुश्किल नहीं हो जाये, दो बार मेडिकल की जांच गलत
करम अली खान ने ही अपना दूसरा सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि ठेका मजदूरों को गेट पास मिलने के पहले उनका मेडिकल जांच टीएमएच में कराया जाता है. वहां से जांच करने के बाद एनटीटीएफ में जब उनकी ट्रेनिंग होती है तब फिर से मेडिकल की जांच की जाती है. इससे मुश्किलें बढ़ जाती है. ठेका में काम करने के लिए लोग नहीं आयेंगे, अगर इस तरह परेशान किया जाये. कोई भी एक जगह ही मेडिकल की जांच होनी चाहिए. इस पर एमडी ने कहा कि इसकी जांच करायेंगे. वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी ने बताया कि कोई बीच का रास्ता निकालकर इसका हल निकला जायेगा.
ठेका मजदूरों को नहीं मिल रहा पीएफ-इएसआइ, ठेकेदारों पर नकेल जरूरी
सीआरएम के कमेटी मेंबर अशोक कुमाप गुप्ता ने यहां सवाल उठाया कि ठेका मजदूरों को पीएफ व इएसआइ की सुविधा नहीं मिल पा रही है. इसके लिए जरूरी है कि ठेकेदारों पर नकेल कसा जाये. इस पर एमडी के निर्देश पर एचआरएम के अधिकारी सुदीप भट्टाचार्जी ने कहा कि ठेका मजदूरों को लेकर पीएफ व इएसआइ देने का प्रावधान कंपनी में है. जो नहीं देता है, उसका बिल पास नहीं होता है. जब तक ठेकेदार पीएफ व इएसआइ व वेतन का पूरा डिटेल मजदूरों का उपलब्ध नहीं कराते है तब तक बिल क्लियर नहीं किया जाता है. ऐसे में पीएफ व इएसआइ की सुविधा उपलब्ध कराना होगा. अगर कहीं विशेष मामला है तो उसको तत्काल हम लोग देखकर कार्रवाई करेंगे.
ग्रेड व बोनस का फैसला जल्द हो जायेगा
सीआरएम के कमेटी मेंबर अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि ग्रेड रिवीजन व बोनस भी जल्द हो जाना चाहिए. कर्मचारियों को नुकसान नहीं हो, इसका ख्याल ररखा जाना चाहिए. इस पर एमडी ने कहा कि यूनियन के साथ हर मुद्दे पर बातचीत चल रही है. बहुत जल्द इस पर हम लोग फैसला ले लेंगे.
ऑफिसर की तर्ज पर कर्मचारियों का हार्ट व कैंसर की हर साल हो जांच
सीआरएम के कमेटी मेंबर अनिल कुमार गुप्ता ने ही सवाल उठाया कि ऑफिसरों का दो बार साल में मेडिकल चेक अप होता है. इस चेक अप के दौरान ऑफिसर का हार्ट और कैंसर का भी जांच किया जाता है, लेकिन कर्मचारियों का यह जांच नहीं होता है. इस पर एमडी ने कहा कि हार्ट व कैंसर की जांच कर्मचारियों को भी हो, यह कोशिश होगी. टीएमएच के जीएम डॉ राजन चौधरी ने कहा कि कर्मचारियों की संख्या अधिक होने के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है. इसकी भी शुरुआत करने की दिशा में हम लोग विचार कर रहे है.
भारत सरकार के हर कदम के मुताबिक, बदलाव कर रही है कंपनी
टाटा स्टील के माइंस के नेता संतोष महतो ने भी सवाल उठाया. इस दौरान संतोष महतो ने कहा कि भारत सरकार के हर कदम के मुताबिक, बदलाव किया जा रहा है. एफडीआइ जहां तक लाने की बात है तो उसका भी आकलन किया जा रहा है. हर दिन नये बदलाव हो रहे है. आर्थिक बदलावों पर नजर रखते हुए यह कोशइश हो रही है कि उसके अनुसार काम किया जाये ताकि कंपनी को भी लाभ हो सके.