अनिशा गोराई / चांडिल : राष्ट्रीय राजमार्ग 32, सरायकेला-खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल से गुजरता है. यह सड़क झारखंड की एक व्यस्ततम सड़कों में से एक है. राज्य की इस्पात नगरी जमशेदपुर और लौह अयस्क खनिज क्षेत्र पश्चिमी सिंहभूम को औद्योगिक नगर बोकारो, कोयला खदान क्षेत्र झरिया, धनबाद आदि को जोड़ती है. साथ ही यह सड़क ओड़िशा, आंध्र प्रदेश से आदि राज्य से देश के पूर्वोत्तर राज्य पश्चिम बंगाल, असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम आदि को भी जोड़ती है. इस कारण निरंतर यात्री और मालवाहक वाहनों का आवागमन जारी रहता है. चांडिल अनुमंडल के गोलचक्कर से पश्चिम बंगाल की सीमा तक इसकी लंबाई करीब 20 किलोमीटर है, जिसमें 15 किलोमीटर दूर तक सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क समझना मुश्किल है. जर्जर सड़क जानलेवा दुर्घटना को आमंत्रित कर रही है. करीब तीन महीने पहले ही सड़क का मरम्मत का कार्य हुआ था. तीन महीने बाद ही सड़क का जर्जर होना मरम्मत कार्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है. यात्री व सड़क के आसपास रहने वाले लोगों को दोहरा समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वर्षा होने से गड्ढे में पानी भर जाता है, जिसमें कभी दो पहिये वाहन चालक दुर्घटना के शिकार होते हैं, तो कभी मालवाहक वाहन गड्ढे में घुसकर खराब हो जाते हैं और घंटो सड़क जाम हो जाती है. दूसरी ओर धूप से सड़क सुख जाने के बाद आंधी उठती है उड़ती धूल जानलेवा बीमारी को आमंत्रित करती है. अग्रगामी किसान सभा के झारखंड प्रदेश महासचिव रंजीत महतो ने कहा कि सड़क की दुर्गति के लिए स्थानीय विधायक व सांसद जिम्मेदार है. इन लोगों का जनहित के कार्य से कोई सरोकार नहीं है. ये निजी सुख-सुविधा जुटाने में ही व्यस्त हैं.