आदित्यपुर : भले सरायकेला-खरसावां पुलिस ने सुजय नंदी हत्याकांड के मामले में शनिवार को चार संदिग्ध युवकों को अपराधी बता न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, लेकिन लोगों को पुलिस के खुलासे पर एतबार नहीं हो रहा है. क्योंकि जिन युवकों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेजा है, उनके परिजन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही एसपी के समीप अपने बच्चों को बेगुनाह बताना परिसर में ही न्याय की गुहार लगाते देखे जा रहे थे उनमें से एक महिला ऐसी भी थी जिसके पति उपेंद्र कुमार सिन्हा को पिछले 5 दिनों से पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में रखा है कड़ाके की ठंड के बीच महिला अपने दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ इस उम्मीद से थाना परिसर में ही बैठी है कि कब उसका पति पुलिस के चंगुल से बाहर निकल कर आएंगे. महिला ने बताया, कि पिछले 5 दिनों से पुलिस उनके पति से पूछताछ कर रही है. उसने बताया, कि उसका पति ही एकमात्र सहारा है और वह किराए की ऑटो चलाते हैं. घटना के दिन भाग रहे अपराधियों ने उनके पति के ऑटो का ही सहारा लिया था. यही कारण है कि पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. (नीचे भी पढ़ें)
हालांकि शनिवार को जेल भेजे जाने वाले अपराधियों की सूची में महिला के पति का नाम शामिल नहीं है. फिर आखिर इतने दिनों तक पुलिस महिला के पति से क्या पूछताछ कर रही है, ये यक्ष प्रश्न है. हालांकि अभी भी सुजय नंदी हत्याकांड से पर्दा नहीं उठा है. ना तो मुख्य शूटर गिरफ्तार हुआ है, ना ही साजिश का खुलासा ही हो सका है. शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसपी ने जो दलील मीडिया के समक्ष पेश किए, उससे गिरफ्त में आए चारों अपराधियों की संलिप्तता कहीं से भी साबित नहीं हो रही है. हालांकि उनमें से दो नामजद प्राथमिक अभियुक्त बताए जा रहे है, जबकि दो अन्य युवक का कोई अपराधिक इतिहास नहीं बताया जा रहा है. बहरहाल इतने बड़े मामले में पुलिस की संवेदनशीलता कुछ अलग ही कहानी बयां कर रही है. मतलब साफ है, कि घटना के बाद से ही लगातार पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवालों के बीच आनन-फानन में पुलिस ने चार युवकों को मोहरा बनाकर हिरासत में भेज कुछ हद तक हो रहे किरकिरी को पाटने का काम किया है. वैसे हमें भी पूरे मामले का खुलासा होने का इंतजार रहेगा. हालांकि अब तक पुलिस ने यह नहीं बताया है, कि घटना में कुख्यात अपराधकर्मी कृष्णा गोप का हाथ है, या नहीं. जबकि घटना के दिन से ही जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद कृष्णा गोप का नाम इस हत्याकांड में साजिशकर्ता के रूप में सामने आ रहा है. वैसे सुजय और कृष्णा के बीच पुरानी रंजिश किसी से छिपी नहीं है. वहीं घटना के दिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शूटर संजीव लोहार था जो अब भी पुलिस की पकड़ से कोसों दूर है. वहीं इस संबंध में आदित्यपुर थाना प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद महतो ने बताया कि सुजय हत्याकांड की जांच में कई थानों के प्रभारियों टीम बनी है, जांच टीम ही निर्णय लेगी क्या करना है उपेंद्र का. वैसे टेक्निकल जांच अभी जारी होने की बात उन्होंने कही.