आदित्यपुर : सरायकेला- खरसावां जिला के आदित्यपुर थाना प्रभारी का जश्न मनाने वाला एक फोटो वायरल हो रहा है. अब ये समझ से परे है कि ये जश्न थाना प्रभारी सुजय नंदी के हत्यारों तक पहुंचने की खुशी में मना रहे हैं या अपने जन्मदिन को खास बनाने के लिए. क्योंकि आदित्यपुर थाना अंतर्गत एस टाईप चौक में पिछले दिनों हुए कारोबारी सह भाजपा नेता सुजय नंदी हत्याकांड मामले में घटना के 72 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. वैसे घटना के दिन जिले के तमाम पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने 24 घंटे के भीतर अपराधियों को गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल कर सजा दिलाने का लिखित भरोसा परिजनों एवं आदित्यपुर की जनता को दिया था. वहीं कोल्हान डीआईजी भी एएसआई को निलंबित कर अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश देकर चले गए. इतना ही नहीं मौके पर मौजूद लोग पुलिस की लापरवाही से अपराधियों के भाग जाने का आरोप लगाते रहे, लेकिन डीआईजी ने इससे इंकार कर दिया. जबकि जमशेदपुर में उन्होंने मीडिया में यह बयान जारी किया कि पुलिस की लापरवाही से अपराधी भागने में सफल रहा. वैसे इसके पीछे जिन अपराधियों का नाम सामने आ रहा है, उनकी पहचान करने का दावा पुलिस कर रही है, लेकिन अपराधी पुलिस की गिरफ्त से अभी दूर हैं. (नीचे भी पढ़ें)
इसको लेकर चार-पांच थानेदारों की एक टीम भी गठित की गई है. लेकिन सबसे अहम सवाल ये है कि आखिर पुलिस से चूक कहां हो गयी. जबकि बीते 6 जून को ही अपराधियों के गिरोह का खुलासा करने के क्रम में एसपी ने साफ संकेत दे दिए थे कि जिले के कुछ सफेदपोश, समाज सेवी, कारोबारी या उद्यमी अपराधियों के टारगेट पर हैं. हालांकि उस वक्त उन्होंने किसी के नाम का खुलासा नहीं किया था, लेकिन 6 महीने बाद कारोबारी सह भाजपा नेता सुजय नंदी की एस टाईप चौक के समीप दिनदहाड़े हत्या कर अपराधियों ने अपनी मंशा साफ कर दी. मतलब साफ है कि एसपी की नसीहत को आदित्यपुर थाना पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया. इधर घटना के 72 घंटे बीतने के बाद भी जिला पुलिस लकीर ही पीट रही है. इन सबके बीच आदित्यपुर थानेदार राजेंद्र प्रसाद महतो का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें थाना प्रभारी अपने मातहत एवं कुछ एक अधिकारियों के साथ एक रेस्टोरेंट में जन्मदिन सेलिब्रेट करते नजर आ रहे हैं. वैसे हम इस तस्वीर की पुष्टि नहीं करते हैं, लेकिन ये कहां का इंसाफ है कि जिस थानेदार के इलाके में अपराधी खुलेआम पुलिस की मौजूदगी में हथियार के बल पर हत्या कर बेखौफ भागने में सफल हो जाता है. मृतक के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर आक्रोशित लोग सड़क जाम कर देते हैं. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है. पूरा आदित्यपुर सिहर उठता है, पुलिस के आला अधिकारियों के प्रयासों पर सवालिया निशान खड़े होने लगते हैं. इधर अपने जन्मदिन को खास बनाने का अवसर थानेदार नहीं चूके और गमगीन थाना क्षेत्र के लोगों को चिढ़ाने के लिए अपने जन्मदिन को खास अंदाज में मनाने से नहीं चूके. ऐसे अधिकारियों के कारण ही सरकार और पुलिस के समर्पित अधिकारियों की कार्यकुशलता कटघरे में खड़ी हो रही है. ऐसे ही अधिकारियों की वजह से विपक्ष लगातार सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है.