जमशेदपुर : राज्य में बढ़ते कोरोना के संक्रमण के बीच सरायकेला जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के लोगों का बुरा हाल है. जहां लोग कोरोना के साथ लगातार गिरते जलस्तर और सूखते जलाशयों के बीच दोहरा मार झेलने को विवश हैं. कई वार्ड के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए बेहाल हैं. वैसे पूरे आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में पाइप लाइन से जलापूर्ति का काम चल रहा है. लगभग 300 करोड़ की योजना से क्षेत्र में जलापूर्ति का काम चल रहा है, लेकिन इस साल पानी का हाहाकार मचा हुआ है. पिछले दिनों निगम के बोर्ड बैठक में टैंकर खरीदने से लेकर किराए पर टैंकर लेकर क्षेत्र में जलापूर्ति सुनिश्चित कराए जाने पर सहमति बनी थी, लेकिन भीषण गर्मी के कारण कई इलाकों में ना तो पाइप लाइन से जलापूर्ति हो पा रहा है ना ही टैंकर हर दिन पानी पहुंचा रहे हैं. आलम ये है कि वार्ड 14 और 15 के लोग पिछले एक हफ्ते से बूंद- बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं 2 दिन बाद टैंकर पहुंचते ही लोग खुशी से झूम उठे. फिर भी लोगों के चेहरों पर शिकन साफ नजर आ रही थी. पूरे नगर निगम क्षेत्र में कमोबेश ऐसी ही स्थिति बनी हुई है. जहां सुबह से लेकर रात तक लोग पानी के लिए जद्दोजहद करते देखे जा सकते हैं. पुराने चापाकल सूख चुके हैं. नए के लिए टेंडर नहीं निकाला जा रहा है. भूगर्भ जल 500 फीट से भी नीचे चली गई है. नदियां और जलाशय लगभग सूख चुके हैं. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं, कि आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के लोग दिनचर्या के लिए कितनी जद्दोजहद कर रहे हैं. ऊपर से कोरोना की त्रासदी के बीच ना कोई अधिकारी सुनने वाला है, ना ही कोई नेता या जनप्रतिनिधि. सभी कागजों और अखबारों तक ही सीमित होकर रह गए हैं. जमीनी हकीकत यही है, कि पूरे क्षेत्र के लोग भीषण जल संकट की परेशानी से जूझ रहे हैं.
Adityapur : वार्ड 14 व 15 में बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गये लोग, पूरे नगर निगम क्षेत्र में पानी की जद्दोजहद
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