जमशेदपुर : लॉक डाउन ने देश के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सेनेटाइज होकर रहना सिखा दिया. वहीं इस दौरान लोगों ने एक से बढ़कर एक तकनीक भी इजाद शुरू कर दिया. कहते हैं न कि आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है. इस कहावत को चरितार्थ किया है आदित्यपुर के एक डिप्लोमा के छात्र ने. आदित्यपुर स्थित आस्था आकार अपार्टमेंट में रहनेवाले आयुष कुमार वर्मा ने जो सेंट्रल टूल रूम भुवनेश्वर में माइका ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट में डिप्लोमा के अंतिम वर्ष के छात्र हैं ने लॉक डाउन के दौरान अपने घर में ही महज 350 रूपए में सेंसेरयुक्त सेनेटाइजर मशीन तैयार कर लिया है. इस मशीन के पास हाथ ले जाते ही खुद ब खुद सेनेटाइजर हाथ पर गिरने लगते हैं. आयुष ने बताया कि इसे बनाने में उसने एक आईआर सेंसर, एक पावर ट्रांजिस्टर, एक पम्प और एक लकड़ी के बॉक्स का इस्तेमाल किया है, जिसकी कीमत महज 350 आया. सबसे बड़ी बात ये है कि पावर नहीं रहने पर भी यह मशीन पावर बैंक से चलता रहेगा. इसमें पावर मोबाइल के डाटा केबल से दिया जाता है. आपको बता दें कि आयुष के पिता राजकुमार वर्मा आदित्यपुर के एमएसएमई टूल रूम में बतौर इंजीनियर कार्यरत हैं और मां अर्चना वर्मा बुटीक चलाती हैं. वहीं आयुष के आविष्कार से पिता और मां काफी खुश हैं. आयुष ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान पिता ने उनसे इस तकनीक पर काम करने की बात कही. जिसे आयुष ने पूरा कर दिखाया. उन्होंने इसका श्रेय अपने पिता राजकुमार वर्मा को दिया है.