चाकुलिया: कौन कहता है कि भक्ति में शक्ति नही है,भक्ति की शक्ति देखना हो तो कभी आइयें चाकुलिया के आस्था के प्रतीक कन्हाईश्वर पहाड़ पूजा में. पहाड़ पूजा के पश्चात निश्चित रूप से बारिश होना तय है. विगत बंगला पांजी के आषाढ़ माह के तीसरे शनिवार को कन्हाईश्वर पहाड़ की पूजा कर क्षेत्र के लोगों ने अच्छी बारिश होने की कामना की थी. पूजा के बाद झमाझम बारिश हुई. बारिश के पानी से लोगों ने खेती कार्य की थी परंतु विगत 15-20 दिन से बारिश नही होने के कारण पहाड़ से सटे गांव के खेतों में लगे धान के बिचड़े पानी के अभाव में झुलसने लगे है. आज पुनः 12 मौजा के ग्रामीणों ने कन्हाईश्वर पहाड़ की पूजा की और भगवान शिव पर ग्रामीणों द्वारा लाए गए 150 सौ लीटर दूध चढ़ाकर बारिश होने की कामना की. (नीचे भी पढ़े)
पूजा के दौरान आसमान साफ था. पूजा कर रहे ग्रामीणों ने पहाड़ की चोटी पर पहुंचकर भगवान शिव की पूजा शुरू की और कहा कि जब तक बारिश नही होगी तब तक वे नीचे नही उतारेंगे. पहाड़ पर जय कन्हाईश्वर बाबा की जय और गाजे बाजे की गूंज से पहाड़ गूंजता रहा. पूजा होने के कुछ देर पश्चात ही हुई बारिश- पूजा के पूर्व आसमान में चिलचिलाती धूप थी,परंतु पूजा शुरू होते ही पहाड़ के उपर काले बादल चारों और से घिरने लगा और देखते ही देखत पहाड़ काले बादलों से ढंक गया. पहाड़ की चोटी पर भगवान शिव पर दूध चढ़कर पूजा करने के पश्चात ही पूरे क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई. बारिश होने से 12 मौजा के ग्रामीणों में खुशी की झलक दिखी. वही लोगों की आस्था भी सच साबित हुई.