
जमशेदपुर : जमशेदपुर से सटे जादूगोड़ा थाना अंतर्गत सांखोडीह निवासी मालती मार्डी बीते दिनों काम करने के दौरान एक घटना में घायल हो गई थी. इधर इलाज के दौरान रांची के रिम्स में उसकी मौत हो गई. मालती की मौत के बाद उसकी पांच बेटियां अनाथ हो गई हैं. अब ग्रामीण मुआवजे के लिए ठेकेदार हरीश भगत से वार्ता कर रहे हैं, पर इस मामले में हरीश भगत से बात नहीं हो पा रही है. ग्रामीणों ने मालती के शव को यूसीआईएल अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है. (नीचे भी पढ़ें)

ग्रामीणों का कहना है कि जब तक मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं मिल जाता, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. मामले की जानकारी देते हुए भाजपा नेता लिटा राम मुर्मू ने बताया कि मालती के पति किसुन मार्डी की मौत सात माह पहले ट्रेन दुर्घटना में हो गई थी. पति की मौत के बाद मालती पांच बच्चियों का पेट पालने के लिए मजदूरी करने लगी. 12 सितंबर को ठेकेदार हरीश भगत उसे काम करवाने के लिए घाटशिला ले गया, जहां काम के दौरान उसके सिर पर सीमेंट का बोरा गिर गया. इस घटना में उसके गले की हड्डी टूट गई थी. उसे इलाज के लिए टीएमएच में भर्ती कराया गया, जहां से रिम्स रेफर कर दिया गया. शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अब मालती की पांच बेटियां अनाथ हो गई हैं. ग्रामीणों ने मांग की है कि ठेकेदार 10 लाख रुपए मुआवजा दे.