जमशेदपुर : गम्हरिया स्थित अर्का जैन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फार्मेसी, आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन केंद्र, यूनिवर्सिटी एवं इंडियन फार्मा एजुकेशनल सोसाइटी, लखनऊ के सयुंक्त तत्वाधान में आयोजित छह दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम पिछले दिनों संपन्न हुआ। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ एसएस रजी, निदेशक अमित श्रीवास्तव, कुलसचिव जसबीर सिंह धंजल, वित्त प्रमुख ऋचा गर्ग, परिसर निर्देशक डॉ अंगद तिवारी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन तथा संचालन के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की है। इस छह दिवसीय कार्यक्रम में देश-विदेश के विषय विशेषज्ञों ने कोविड-19 से निपटने के लिए अपने अनुभव एवं ज्ञान साझे किये। यह कार्यक्रम इंडियन फार्मा एजुकेशनल सोसाइटी, लखनऊ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश प्रताप मिश्रा एवं झारखंड राज्य के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ प्रशांत तिवारी के संयुक्त प्रयास से स्कूल ऑफ फार्मेसी और आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन केंद्र, अर्का जैन यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित हुआ। कार्यशाला के अंतिम दिवस में बहुचर्चित दवा उद्योग सिप्ला, इंदौर के साइट प्रमुख डॉ देवेंद्र कुमार देवांगन एवं मैटेरियल विज्ञान एस के बायोटेक, आयरलैंड के वैज्ञानिक डॉ दिनेश कुमार ने वर्तमान में वैक्सीनेशन विकास को लेकर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने आशा जताई कि सम्भवतः जल्द ही कोविड-19 का उपचार संभव हो सकता है। पूरे कार्यक्रम का संचालन उद्घोषिका स्मृति रॉय एवं योगिता कुमारी ने किया। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंडियन ड्रग मनुफक्चरर्स एसोसिएशन के प्रमुख डॉ जॉर्ज पाटनी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि निश्चित ही यह कार्यक्रम अपने मापदंडों पर खरा उतरा है. उन्होंने आगे भी ऐसे आयोजन के लिए मंगलकामना की. डीन स्कूल ऑफ फार्मेसी, अर्का जैन यूनिवर्सिटी डॉ ज्योतिर्मय साहू ने समस्त अतिथियों और देशभर के सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का लेखा-जोखा कार्यक्रम समन्वयक डॉ श्वेता श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया। सभी प्रतिभागियों को प्रसंशा पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यकम के आयोजन सचिव डॉ प्रशांत तिवारी ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
#Arka-jain-university : एजेयू में छह दिवसीय संकाय विकास कार्यकम आयोजित, वक्ताओं ने जतायी उम्मीद-कोविड-19 का उपचार जल्द संभव
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