बहरागोड़ा : बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र को पूरी तरह से टीबी मुक्त बनाने की दिशा में यूएसएड-एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट, वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स एंड रीच द्वारा सयुंक्त रूप से टीबी उन्मूलन अभियान के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बहरागोड़ा विधायक कुणाल षड़ंगी ने स्थानीय लोगों के बीच अभियान के पूरे एक साल का लेखा-जोखा पेश किया. लोगों को सम्बोधित करते हुए विधायक ने कहा कि आज विकास का मतलब सिर्फ रोटी-कपड़ा और मकान नहीं है, बल्कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य आज विकास की राह में मुख्य भूमिका निभाते हैं. इसलिए आज से ठीक एक वर्ष पूर्व, आज ही के दिन टीबी मुक्त बहरागोड़ा अभियान की शुरुआत की गयी थी. इस अभियान के तहत लोगों को टीबी के प्रति सर्वप्रथम जागरूक किया गया, तत्पश्चात लोगों के मन मे व्याप्त गलतफहमियों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से समाप्त करने का प्रयास किया गया. लोगों को बताया गया कि टीबी जैसी बीमारियों का इलाज संभव है. फिर इसके प्रति अगले चरण में प्रशासन को जागरूक किया गया. तब जाकर लोगों के मन में टीबी के प्रति बंधी धारणा को तोड़ा गया, जो कि सबसे मुश्किल कार्य रहा. परंतु आज हर कोई इससे अवगत है और हरसंभव रूप से इस बीमारी के इलाज को मुमकिन करवाया गया.अभी इस अभियान पर और कार्य करने की जरूरत है जो आने वाले दिनों में किया जायेगका. उन्होंने कहा कि मैं आप सभी को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जब तक बहरागोड़ा में एक भी टीबी का मरीज है, यह अभियान जारी रहेगा.
कार्यक्रम के दौरान बाल विवाह उन्मूलन के लिए कार्य कर रही सारथी टुडू को टीबी उन्मूलन के लिए नया ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया. इम्पैक्ट रिपोर्ट को जिला टीबी अधिकारी डॉ प्रभाकर कुमार भगत की उपस्थिति में जारी किया गया. अभियान में शामिल लोगों के प्रयासों की सराहना करते हुए डॉ भगत ने कहा कि हमें ऐसे ही काम करते रहने की जरूरत है और हर किसी की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने से यह टीबी मुक्त बहरागोड़ा मिशन पूरा हो पाएगा. ज्ञात हो कि राज्य में पहली बार किसी क्षेत्र को टीबी मुक्त बनाने की इस स्तर पर पहल की गई है. कार्यक्रम के दौरान डीटीओ प्रभाकर कुमार भगत, अर्जुन पूर्ति (जिला पार्षद), सीमा कुमारी (बीडीओ) के साथ ही रीच के डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनुपमा श्रीवास्तव, अनुराधा पांडा, प्रमुख शास्त्री हेम्ब्रम, जिला पार्षद शिवचरण हांसदा, कमल क्लब अध्यक्ष ध्यानेश्वर मुर्मू समेत अन्य उपस्थित थे.