बहरागोड़ा : विधायक कुणाल षाडंगी की पहल पर यूएसएआईडी और रीच संस्था के संयुक्त प्रयास से स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र को टीबी मुक्त विधानसभा क्षेत्र बनाने का कार्यक्रम चल रहा है. मंगलवार को यूएसएआईडी प्रतिनिधि भवानी वीरावली और सोहिनी चौधरी, डब्ल्यूएफपी के स्थानीय प्रतिनिधि सौरभ महांती के साथ विधायक ने कार्यक्रम की समीक्षा की. विधायक ने प्रतिनिधियों से कहा कि टीबी के बारे मे ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने पर फोकस किया जाए. पंचायत के प्रतिनिधियों, ग्राम प्रधान, ग्राम महिला संगठनों और आंगनबाडी कर्मचारियों को इस अभियान में शामिल करें. यूएसएआईडी के प्रतिनिधियों ने कहा कि जिन टीबी मरीजों पर आम दवाइयां असर नहीं करती हैं उनके लिए विशेष दवाइयों की व्यवस्था प्रखंड स्तर के अस्पतालों में नही है. जिले तक जाने में मरीजो को परेशानी होती है. विधायक ने सिविल सर्जन से दूरभाष पर वैसे मरीजो के लिए दवाइयों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्था करने को कहा. उन्होंने कहा कि इसी हफ्ते टीबी की ऑन द स्पॉट जांच वाला वाहन बहरागोड़ा विधानसभा में लाया जाएगा. कुपोषण और नशे की प्रवृत्ति इस क्षेत्र मे टीबी फैलने के मुख्य कारण हैं. इसलिए क्षेत्र मे जहां भी टीबी के ऐसे मरीज मिलते हैं जो कुपोषित हैं उन्हें डब्ल्यूएफपी के सहयोग से राशन उपलब्ध कराया जाता है. क्षेत्र के कई टीबी मरीजों को इलाज के दौरान मिलने वाली राशि समय पर मिले इसके लिए जिला टीबी पदाधिकारी ने विशेष टीम बनायी है और सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों ने भी टीबी के इलाज से जुड़े कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है. यूएसएआईडी के पदाधिकारियों ने कहा कि यह टीबी मुक्त विधानसभा अभियान तब तक चलेगा जब तक बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र के सभी टीबी मरीजो को चिकित्सा के लिए सूचीबद्ध करके, उनका इलाज शुरू व कोर्स की पूरी दवाएं उसे उपलब्ध करवा कर वे इलाज पूरा करवाने की प्रक्रिया का हिस्सा न बन जायें. समीक्षा बैठक में प्रमुख शास्त्री हेम्ब्रम व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओपी चौधरी भी उपस्थित थे.