

जमशेदपुर : कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने जीएसटी GSTके विकृत रूप के खिलाफ आगामी 26 फरवरी को संपूर्ण भारत व्यापार बंद की घोषणा की है. इस बंद का समर्थन करते हुए ट्रांसपोर्ट सेक्टर के सबसे बड़े संगठन ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफ़ेयर एसोसिएशन ने कैट के भारत व्यापार बंद का समर्थन करते हुए 26 फ़रवरी को देश भर में चक्का जाम करने की घोषणा की है. कैट द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन (8 से 10 फरवरी) जो आज से नागपुर में शुरू हुआ है, उसमें देश के सभी राज्यों के 200 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेताओं ने भाग लिया. यह घोषणा कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया, राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल, राष्ट्रीय सचिव सुरेश सौन्थालिया तथा ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफ़ेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने संयुक्त रूप से की है. उपस्थित सभी व्यापारी नेताओं ने एक स्वर में जीएसटी काउन्सिल द्वारा जीएसटी के स्वरूप को अपने फ़ायदे के लिए विकृत करने का आरोप लगाते हुए कहा की जीएसटी पूरी तरह से एक फेल कर प्रणाली है. जीएसटी का जो मूल स्वरूप है, उसके साथ खिलवाड़ किया गया है. सभी राज्य सरकारें अपने निहित स्वार्थों के प्रति ज़्यादा चिंतित है और उन्हें कर प्रणाली के सरलीकरण क़ी कोई चिंता नहीं है. देश के व्यापारी व्यापार करने की बजाय जीएसटी कर पालन में दिन भर जुटे रहते हैं जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए विपरीत स्थिति है. ऐसे में जीएसटी के वर्तमान स्वरूप पर नए सिरे से विचार करने की ज़रूरत है. चार वर्ष में लगभग 937 से ज़्यादा बार संशोधन होने के बाद जीएसटी का बुनियादी ढांचा ही बदल गया है. बार-बार कहने के बावजूद जीएसटी काउन्सिल ने अभी तक कैट द्वारा उठाए गए मुद्दों का कोई संज्ञान नहीं लिया है इसलिए कैट द्वारा व्यापारियों को अपनी बातों को देश भर के लोगों को बताने के लिए भारत व्यापार बंद का ऐलान किया गया है.
