खबरcentral-minister-arjun-munda-द्रोणाचार्य अवार्ड विजेता धर्मेंद्र तिवारी को देखने पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा,...
spot_img

central-minister-arjun-munda-द्रोणाचार्य अवार्ड विजेता धर्मेंद्र तिवारी को देखने पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, चिकित्सकों से ली जानकारी, भाजपा नेता के ट्विट पर हरकत में आयी सरकार-प्रशासन-आर्चरी एसोसिएशन

राशिफल

जमशेदपुर : द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित तीरंदाज धर्मेंद्र तिवारी का इलाज टीएमएच में चल रहा है. पिछले दिनों ब्रेन स्ट्रोक होने के कारण उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. उनका ऑपरेशन के बावजूद कोई सुधार नहीं हो पा रहा है. धर्मेंद्र तिवारी को देखने के लिए केंद्रीय मंत्री सह भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा टीएमएच पहुंचे. उन्होंने वहां सुबह 9 बजे ही जाकर धर्मेंद्र तिवारी के परिजनों से मिले और उनके इलाज की क्या स्थिति है, इससे भी अवगत हुए. इस दौरान उनकी हालत को लेकर केंद्रीय मंत्री ने चिंता जतायी. उससे पहले राज्य खादी बोर्ड के सदस्य रह चुके भाजपा नेता कुलवंत सिंह बंटी ने उनके बेहतर इलाज के लिए ट्विटर पर ट्विट किया था और मांग की थी कि उनको तत्काल बेहतर इलाज कराया जाये. इस ट्विट के बाद कंपनी प्रबंधन, जिला प्रशासन और सरकार भी हरकत में आयी. केंद्रीय मंत्री और देश के आर्चरी एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने भी ट्विट देखकर जानकारी ली और हालात का जायजा लिया. उन्होंने बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाने की बात कहीं, लेकिन अभी उनको ले जाना संभव नहीं लग रहा है, जिस कारण चिकित्सकों ने सलाह दी है कि उनको बाहर नहीं ले जाया जाये.
दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा कोल्हान के दौरे पर शुक्रवार को रहे. उन्होंने खरसावां विधानसभा क्षेत्र के गम्हरिया थाना क्षेत्र के कोलेबिरा, दुगनी, सरायकेला के सरमाली, खरसावां के बेहरासाही गये और लोगों के बीच अनाज का वितरण किया. इस दौरान उन्होंने लोगों को बताया कि प्रधानमंत्री खाद्यान्न योजना के लिए केंद्र सरकार ने दो लाख 18 हजार करोड़ रुपये दिये है. लोगों से उन्होंने बातचीत भी की और उनकी समस्याओं को भी जाना. इस के बाद वे सरायकेला के रेंगुडीह में जेएसएलपीएस के पलाश ब्रांड के मार्ट का उदघाटन भी किया.

Must Read

Related Articles

Floating Button Get News On WhatsApp
Don`t copy text!

Discover more from Sharp Bharat

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading