Chaibasa : पिछले 12 अगस्त को रिफ्यूजी कॉलोनी रेलवे लाईन के किनारे परित्यक्त अवस्था में बरामद एक डेढ़ माह के शिशु को उसकी मांग को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है, जबकि उसे वहां फेंकने के मामले में उसकी सौतेली मां व पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. विदित हो कि सूचना पर संज्ञान लेते हुए परित्यक्त शिशु के संबंध में बाल कल्याण समिति चाईबासा को सूचित करते हुए शिशु को बरामद कर शिशु के उसे इलाज, देखभाल एवं संरक्षण के लिए अनुमण्डल अस्पताल चक्रधरपुर के कुपोषण उपचार केन्द्र में भर्ती कराया गया था. साथ ही इस संबंध में चक्रधरपुर के तहत काण्ड दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया था.
अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आयी कि कराइकेला के कंसला निवासी विक्रम गागराई द्वारा अपनी पहली पत्नी जिरे गागराई के साथ मिलकर, दूसरी पत्नी सीता गागराई को मारपीट कर अपने घर से भगा दिया था तथा शिशु को सीता गागराई से छीनकर दोनों द्वारा अपने पास रख लिया गया था. फिर दोनों पति-पत्नी द्वारा सुनियोजित तरीके से शिशु से अपना पिछा छुड़ाने के लिए उसे अपने गांव कंसरा से लाकर रिफ्यूजी कॉलोनी के पास रेलवे लईन किनारे रख दिया गया. शिशु को रेलवे लाईन किनारे रख दोनों वापस चले गये.
सीता गागराई स्थानीय अखबार एवं सोशल मीडिया ग्रुप में बच्चे की फोटो देखकर पहचान गई एवं इस बात की सूचना स्थानीय मुखिया होयहातु पंचायत को दी. तत्पश्चात सभी लोगों ने चक्रधरपुर थाना पहुंच कर सारे घटनाक्रम की जानकारी दी. काण्ड अनुसंधान के क्रम में दोनों अप्राथमिकी अभियुक्त विक्रम गागराई व उसकी पहली पत्नी जिरे गागराई को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा दिया गया है. साथ ही शिशु को उसकी मा को वापस दिलाने के लिए बाल कल्याण समिति चाईबासा के सहयोग से विधिसम्मत कारवाई की जा रही है.