चाईबासा : गुरुवार को सदर प्रखंड अंतर्गत सिकुरसाई गांव में ग्रामीणों ने ग्राम सिकुरसाई को चाईबासा नगर परिषद क्षेत्र में शामिल करने संबंधी नगर विकास विभाग से आये प्रस्ताव पर झारखंड सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन एवं सदर चाईबासा के विधायक दीपक बिरुवा के प्रति नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि इस अनुसूचित क्षेत्र में इस तरह के प्रस्ताव को लाने का जोरदार तरीके से विरोध किया जाएगा. झींकपानी प्रखंड उप प्रमुख तरुण सेवैयां ने कहा कि इस नगर परिषद क्षेत्र का विस्तार ग्रामीण क्षेत्र में करने से ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे आदिवासी मूलवासी लोगों के सामाजिक आर्थिक धार्मिक एवं राजनीतिक भावनाओं पर इसका बहुत ही प्रतिकूल असर पड़ेगा. विशेषकर इस क्षेत्र में परंपरिक व्यवस्था मानकी मुंडा व्यवस्था नगर परिषद क्षेत्र में उनका अधिकार पूर्ण रूप से खत्म हो जाएगा. हम सबको तामाङबन्द, डिलियमर्चा, दुम्बी साई, कामरहतु, खापर साई, नारसांडा, टोंटो, गितिलपी, गुटु साई गांव के लोगों के साथ मिलकर एकजुटता के साथ इसका विरोध तथा इस प्रस्ताव को अविलंब निरस्त करने की मांग करनी होगी. कुरसी पंचायत के मुखिया निरेश देवगम ने कहा कि इन ग्रामों को नगर परिषद में मिलने से हम ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा. साथ ही और भी कई तरह की परेशानियों का सामना हम सभी लोगों को करना पड़ेगा. इस दौरान गौरी शंकर पाडेया, वीरेंद्र पाडेया, सुभाष चंद्र पाडेया, राजीव पाडेया, विजेंद्र देवगम, जयजर पाडेया,मोरगा गोप, जिन्गी पाडेया समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे.