- बिना आवंटन के ही दिया गया अगस्त माह का राशन, कीड़े मकोड़े लगे गेहूं मिक्स चावल देने की शिकायत
संतोष वर्मा
चाईबासा : झींकपानी प्रखंड अंतर्गत हाई स्कूल स्थित राशन डीलर अखिलेश वर्मा की शिकायत लगातार मिलने पर मंगलवार को जिला परिषद अध्यक्ष लालमुनी पूर्ति अचानक निरीक्षण करने पहुंची। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने पाया कि डीलर के पास कई फर्जी राशन कार्ड मौजूद हैं. पूछने पर राशन डीलर ने भी कुल फर्जी राशन कार्ड धारियों का संख्या भी नहीं बता पाया. जांच के क्रम में विधवा महिलाओं का राशन जबरन कटने का मामला भी मामला देखने को मिला. दिसंबर माह में है स्वर्गवास होने के हफ्ता भर अंदर से ही उसके नाम से राशन देना बंद किया जा चुका है. जबकि ऑनलाइन उसका राशन उठाव गोदाम से हो रहा था. विधवा महिला के तीन छोटे-छोटे बच्चे होने के कारण काफी गिड़गिड़ाना के बाद भी उस विधवा महिला को राशन नहीं दिया जा रहा था. मात्र 5 किलो राशन ही 3 बच्चों सहित विधवा महिला को सात महीनों से दिया गया है. जबकि लाॉकडाउन में सरकार के आदेशानुसार किसी के राशन कार्ड में कटौती नहीं करनी थी. विधवा महिला के काफी गिड़गिड़ाने के बाद भी डीलर की पत्नी संचालन कर्ता का दिल नहीं पसीजा और उसको 5 किलो ही डांट-फटकार कर प्रत्येक माह राशन दिया जा रहा था. ऐसे ही कई अन्य कार्ड धारियों की भी शिकायत थी. कार्ड में अपने से पेन से नाम काट कर उसका राशन नहीं देने का काम कर रही थी, जबकि चावल गोदाम से उन लोगों का नाम से राशन उठाव हो रहा था. खास बात तो यह है कि अगस्त माह का बिना राशन उठाव किये ही लाभुकों को पूरे अगस्त माह का राशन बांट दिया गया. बिना पदाधिकारियों को जानकारी दिए अगस्त माह का राशन कैसे वितरण कर दिया गया, जिला परिषद अध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली है कि झींकपानी के तीन से चार डीलरों का एक अन्य जगह गोदाम है और वहां रात में चावल उतरता है और बेचने का काम जोरों पर चल रहा है, जिसके लिए जांच टीम भी गठित की गई. स्थानीय लोगों के द्वारा हो रही है जोड़ापोखर के डुड़ियाबसा के ग्रामीणों को कीड़ा लगे गेहूं मिक्सिंग चावल देने पर जिला परिषद अध्यक्ष लालमुनी पुरती को शिकायत किया गया ग्रामीणों का कहना है कि चावल से कीड़े को चुनकर हटाए कि गेहूं को हटाए इस चावल का भात बनाएं कि इसको आटा बनाएं.