रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर : सेना की पुरानी भर्ती परीक्षा रद्द किये जाने को लेकर परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों ने अग्निपथ योजना के खिलाफ मानकी मुंडा सभागार परिसर से चक्रधरपुर के पवन चौक तक शांतिपूर्ण ढंग से जुलूस निकला. इस दौरान उन्होंने पुरानी नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण करो, अग्निपथ योजना वापस लो, संविदा पर बहाली करना बंद करो, दो वर्ष पूर्व शारीरिक और चिकित्सा जांच पूरे हो चुके अभ्यर्थियों की परीक्षा पूर्ण करो आदि नारे लगाये. पवन चौक पहुंच कर उन्होंने अग्निपथ योजना से जुड़ी नियम एवं शर्तों सहित योजना से संबंधित दस्तावेजों को जलाकर विरोध-प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना तत्काल प्रभाव से लागू करने के कारण सैनिक भर्ती का मौजूदा ढांचा अस्तित्व में नहीं रहेगा. जिससे वैसे अभ्यार्थी जो 2021 में शारीरिक और चिकित्सा जांच प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं वैसे अभ्यार्थियों का लिखित परीक्षा नहीं लिया जा सकेगा. टीओडी लागू होने के बाद आर्मी परीक्षा रद्द कर दी गई है. सेना में जाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे अभ्यर्थियों का मानना है कि केंद्र सरकार की इस योजना के चलते सेना में स्थाई भर्ती की जगह संविदा के तौर पर भर्ती होगी. इस योजना से ना सिर्फ युवाओं को नुकसान होगा बल्कि सेना की गोपनीयता एवं विश्वसनीयता भी भंग हो सकती है. सरकार ने यह कदम वेतन और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है. चार साल की नौकरी ही मिले तो इसका क्या फायदा. सरकार हमें ऐसे रास्ते पर छोड़ देगी जहां से हमें कोई रास्ता नहीं मिलेगा. इसलिए सरकार पुरानी प्रणाली ही कायम रखे. अग्निपथ योजना पूरी तरह से अव्यवहारिक है। दो वर्ष पूर्व युवाओं ने फिजिकल, मेडिकल टेस्ट पास किया. उनकी परीक्षा होनी थी। सरकार ने अभी तक उस पर रोक लगाई है। अग्निपथ योजना लागू होने के बाद युवाओं की परीक्षा रद्द कर दी गई है. सेना में भर्ती होने के लिए काफी पहले से तैयारी में जुटे युवाओं ने तीन सूत्री मांग को लेकर सरकार के खिलाफ निरंतर आंदोलन को जारी रखा है. इन अभ्यर्थियों का सोमवार के भारत बंद को समर्थन है.
सरकार से मुख्य मांगे (नीचे पढ़ें)
- वैसे अभ्यार्थी जो 2021 में शारीरिक और चिकित्सा जांच प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं, पुरानी नियुक्ति प्रक्रिया के तहत उनकी लिखित परीक्षा ली जाये। पुरानी नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा करके उनको सेना में सेवा का अवसर दिया जाये।
- योजना को पूर्ण रूप से निरस्त करके सेना भर्ती की पुरानी प्रणाली ही कायम रखा जाये।
- सभी विभागों में रिक्त पदों पर स्थाई नियुक्ति प्रक्रिया चालू किया जाये।
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से सामाजिक कार्यकर्ता बसंत महतो, वासिल हेंब्रोम, आकाश महतो, राकेश, आशीष, दीपक, गणेश, जगदीश, अजय, मानकी एवं भारी संख्या में प्रभावित अभ्यर्थी उपस्थित थे।