चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड की जामुआ पंचायत के माचाडीहा गांव में बीती रात 23 हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचाया. हाथियों ने खेत में प्रवेश कर जितराय मांडी, मुकुंद मांडी, लखन मांडी, हरो प्रसाद सोरेन, गोपाल मुर्मू, करम मुंडा के खेत में रोपे गये धान के बिचड़ा को पैरों तले रौंद कर बर्बाद कर दिया. हाथियों द्वारा धान की फसल को नष्ट करने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों ने कहा कि कोरोना महामारी के समय उन्होंने किसी तरह मेहनत कर अपने खेत में धान की खेती की है. परंतु हाथियों ने धान की फसल को नुकसान पहुंचा कर उनकी कमर तोड़ दी है.
पंचायत के माचाडीहा गांव के बांस किसान रवि गोप, भीम गोप, सुनाराम सोरेन, पुलाई मुर्मू, नेपाली मुंडा, पीरू हांसदा, सिरू सोरेन, बड़पाट गांव के जबर मुंडा, परमेश्वर मुंडा, सुंदर मुंडा, राधामोहन मुंडा, सोनापद मुंडा, छोटराय मुंडा, कुनुलाल महतो, भीम मुंडा समेत अन्य, जमुआ के राजाराम मुंडा, बनमाली मुंडा,इंदबनी के छोटू मुंडा, रविन्द्रनाथ सिंह, कुनु मुंडा, सत्यवान मुंडा, लक्ष्मण मुंडा, राम मुंडा गुरुचरण मुंडा, चुनाराम मुंडा समेत पंचायत स्थित अन्य गांव के किसानों की फसल को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है. ग्रामीणों ने बताया कि विगत दो माह से हाथी पंचायत में उत्पात मचाये हुए हैं.
हाथियों के आतंक से ग्रामीण भयभीत हैं और रात जागकर हाथी से खुद और अपनी फसल की सुरक्षा में जुटे हुए हैं. कहा कि किसानों को मुआवजा भी नहीं मिल रहा है. सूचना पाकर पद्मश्री जमुना टुडू गांव पहुंची और हाथियों द्वारा किये गये नुकसान की क्षतिपूर्ति का आंकलन किया. इस दौरान जमुना टुडू ने कहा कि वे वन विभाग के पदाधिकारी से मिलकर जल्द समाधान करने की मांग की जायेगी और किसानों को विभाग द्वारा मुआवजा दिलाने की मांग करेंगी. इस दौरान मुखिया प्रभाष हांसदा, चुनाराम मुंडा, जोगेन्द्र सिंह मुंडा समेत अन्य लोग उपस्थित थे.