चाकुलिया : चाकुलिया वन क्षेत्र के जामुआ, माचाडीहा, आमलागोड़ा और नीमडीहा गांव से सटे साल जंगल में विगत कई दिनों से हाथियों का दल शरण लिए हुए है. हाथियों का झुंड कई भागों में बंटकर दिनभर जंगल में रह रहा है. शाम होते ही हाथियों का दल जंगल से निकलकर गांव में प्रवेश कर जमकर उत्पात मचाता हैं. हाथी बांस और धान की बिचड़े को खाकर और पैरों तले रोंद कर बर्बाद कर रहे हैं. हाथियों के तीन चार भागों में बंटने से वन कर्मियों को भी नजर रखने और भगाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वन कर्मी विगत एक माह से रतजगा कर ग्रामीणों के सहयोग से हाथियों को गांव से दूर भगाने के लिए ऐड़ी-चोटी एक किए हुए हैं, परंतु हाथियों का दल क्षेत्र से बाहर जाने का नाम ही नहीं ले रहा है. वन कर्मी रोजाना मसाल जलाकर गांव में आ रहे हाथियों को भगाने का प्रयास करते हैं. हाथी वन कर्मियों के लिए इन दिनों परेशानियों का कारण बनकर रह गये हैं. वन कर्मियों ने कहा कि रात भर वे सभी हाथी को रात जगकर भगा रहे हैं, तो दिन भर कार्यालय और वन क्षेत्र में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. हाथी भगाने में वन रक्षी बलराम सिंह मुंडा, अमित सेन महतो, अरुण कुमार, अभिलाष महतो समेत अन्य वनकर्मी व ग्रामीण जुटे हुए हैं.
Chakuliya-elephant : कई दिनों से वन कर्मी व ग्रामीण रतजगा कर हाथियों को भगाने का कर रहे हैं प्रयास, हाथियों का दल अब भी जमा है जंगल में
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