चाईबासा : कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा विधानसभा क्षेत्र में स्थित सेरेंगसिया में अंग्रेजों से लोहा लेने वाले वीर शहिदों को दो फरवरी को श्रद्धांजलि दी जायेगी. इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चार दिवसीय उपवास रखकर जमशेदपुर से सेरेंगसिया घाटी की पदयात्रा पर निकला जत्था शुक्रवार को चाईबासा पहुंचा. यहां आदिवासी “हो” समाज युवा महासभा ने टाटा रोड में जत्थे का स्वागत किया. मालूम हो कि सेरेंगसिया घाटी के शहीदों के सम्मान में जमशेदपुर बागबेड़ा से चार दिवसीय उपवास रख कर पदयात्रा पर निकले जत्था को आदिवासी “हो” समाज युवा महासभा के जिलाध्यक्ष गब्बर सिंह हेम्ब्रम के नेतृत्व में टाटा बाइपास रोड पर स्वागत किया गया. पदयात्रा पर जत्थे को बागबेड़ा एदेलझोपड़ी गांव के देशाऊली में बोंगाबुरू करके रवाना किया गया. पदयात्रा में “हो” विद्रोह, कोल विद्रोह एवं मानकी मुण्डा व्यवस्था की “जोरोह जीड” नारे के साथ-साथ लोगों को सेरेंगसिया घाटी शहीद घटना पर जनजागरण अभियान की हैंडविल- पर्ची बांटते जा रहे हैं. यह जत्था दो फरवरी को सेरेंगसिया घाटी स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के पश्चात उपवास समाप्त करेगा. इसी क्रम में शहीदों के सम्मान में आदिवासी हो समाज युवा महासभा ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. स्वागत टीम में युवा महासभा से मनोज लागुरी, रामलक्ष्मण सामड, पंकज देवगम, मुचिराम जेराई, सिकंदर हेम्ब्रम, सुशीला पिंगुवा, ओएबन हेम्ब्रम, लेबा गागराई, अर्जुन हेम्ब्रम, जॉन हेम्ब्रम, सेनगो हेम्ब्रम, पार्वती हेम्ब्रम, संजीव तिरिया, अखबर हांसदा, हवामहल सिंकू, योगेश पिंगुवा समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
चार दिवसीय उपवास रखकर दो फरवरी को सेरेंगसिया के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने जमशेदपुर से पदयात्रा पर निकला जत्था चाईबासा पहुंचा
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